कर्नाटक के बाएं हाथ के बल्लेबाज़ देवदत्त पडिक्कल विजय हज़ारे ट्रॉफी में शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और लगातार रन बनाकर उन्होंने एक बार फिर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। 25 वर्षीय इस बल्लेबाज़ ने पुडुचेरी के खिलाफ अहमदाबाद के ADSA रेलवे क्रिकेट ग्राउंड पर बेहतरीन शतक जड़ा और अपनी टीम को मज़बूत शुरुआत दिलाई। उनकी ये पारी बिल्कुल सही समय पर आई है क्योंकि कुछ ही दिनों में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन होना है।
पुडुचेरी के खिलाफ मुकाबले में कर्नाटक ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया और पडिक्कल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया। उन्होंने 116 गेंदों में 113 रन बनाए और अपनी पारी में धैर्य, संतुलन और साफ शॉट्स का शानदार प्रदर्शन किया। इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 4 छक्के लगाए। पडिक्कल ने जोखिम भरे शॉट खेलने के बजाय स्थिति के अनुसार बल्लेबाज़ी की और टीम को मजबूत आधार दिया।
इस शतक से पहले पडिक्कल इस टूर्नामेंट में पहले ही दो शतकों समेत बड़ी पारियां खेल चुके थे। उन्होंने झारखंड के खिलाफ एक आक्रामक शतक लगाया था, जबकि केरल के खिलाफ उनकी पारी ज़्यादा सधी हुई और जिम्मेदारी भरी रही। चार मैचों में उन्होंने तीन शतक लगाए जबकि वो सिर्फ एक बार बड़ी पारी नहीं खेल पाए, लेकिन बाकी मुकाबलों में उन्होंने लगातार रन बनाए हैं। यही निरंतरता उन्हें इस सीज़न के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में शामिल करती है।