रोहित शर्मा ने खुद लिया संन्यास का फैसला या कराया गया? रोहित के कोच ने किया सब साफ
रोहित शर्मा के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले पर उनके बचपन के कोच दिनेश लाड ने कहा है कि यह कदम न तो फॉर्म की वजह से उठाया गया और न ही किसी दबाव में आकर।

रोहित शर्मा(Rohit Sharma) के अचानक टेस्ट क्रिकेट(Test Cricket) से संन्यास लेने के फैसले पर उनके बचपन के कोच दिनेश लाड(Dinesh Lad) ने कहा है कि यह कदम न तो फॉर्म की वजह से उठाया गया और न ही किसी दबाव में आकर। लाड के मुताबिक, रोहित का ध्यान वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और 2027 वर्ल्ड कप पर था, लेकिन अब वो अगली पीढ़ी को मौका देना चाहते हैं।
रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ने सभी को हैरान कर दिया था। कइयों ने कयास लगाए कि क्या फॉर्म या कप्तानी का दबाव इसकी वजह बना? लेकिन अब उनके बचपन के कोच दिनेश लाड ने इन अफवाहों को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
लाड ने पीटीआई से बात करते हुए साफ किया कि रोहित ने कोई जल्दबाज़ी नहीं की, बल्कि यह फैसला उन्होंने काफी सोच-समझकर लिया। उन्होंने बताया कि रोहित पहले ही तय कर चुके थे कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद वह इस फॉर्मेट को अलविदा कहेंगे, ताकि बाकी दो फॉर्मेट पर फोकस कर सकें।
VIDEO | Here39;s what Rohit Sharma39;s childhood coach Dinesh Lad said after his ward39;s decision to retire from test match cricket.
mdash; Press Trust of India (PTI_News) May 7, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/1r0g8BA9Dq
कोच के मुताबिक, रोहित की नज़र वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतने पर थी, लेकिन भारत फाइनल में नहीं पहुंच सका। शायद यही वजह रही कि रोहित ने अब समय को सही मानते हुए अगली पीढ़ी को मौका देने का मन बना लिया।
लाड ने यह भी कहा कि रोहित का यह फैसला इंग्लैंड दौरे से जुड़ा नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब रोहित का अगला टारगेट 2027 वनडे वर्ल्ड कप होगा और वे उसे जीतकर शानदार अंदाज़ में क्रिकेट को अलविदा कहेंगे।
कोच ने अपनी पसंदीदा टेस्ट पारी भी बताई, वो डेब्यू पर वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक। साथ ही उन्होंने नए टेस्ट कप्तान को लेकर KL राहुल और शुभमन गिल का नाम आगे किया, लेकिन अंतिम फैसला चयनकर्ताओं पर छोड़ दिया।
टी20 और टेस्ट क्रिकेट में सन्यास लेने के बाद अब सभी रोहित शर्मा के फैंन चाहेंगे कि रोहित शर्मा भारतीय टीम द्बारा वनडे क्रिकेट में खेले जाने बाले हर मैच में खेलें और 2011 के बाद जो वनडे वर्ल्ड ट्राफी का सुखा है उसे खत्मकर और जीतकर शानदार अंदाज़ में क्रिकेट को अलविदा कहें।