नई दिल्ली, 2 दिसंबर| विराट कोहली के 20वें और मुरली विजय के 11वें टेस्ट शतकों के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच के पहले दिन शनिवार का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में चार विकेट के नुकसान पर 371 रन बना लिए हैं। कोहली स्टम्प्स तक 156 रन बनाकर नाबाद थे। उनके साथ रोहित शर्मा छह रन बनाकर विकेट पर हैं।
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कोहली और विजय ने तीसरे विकेट के लिए शानदार 283 रनों की साझेदारी की। लग रहा था कि यह दोनों दिन का खेल खत्म होने तक आउट नहीं होंगे, लेकिन दिन के आखिरी सत्र में चाइनामैन लक्षण संदाकन ने भारत के दो विकेट लेकर अपनी टीम को राहत की सांस दी। संदकान ने आखिरी सत्र में विजय और अजिंक्य रहाणे (1) को एक ही अंदाज में आउट कर भारत को थोड़ी परेशानी दी।
भारत ने दिन के पहले सत्र में शिखर धवन (23) और चेतेश्वर पुजारा (23) के रूप में दो विकेट खोए थे। दूसरे सत्र में कोहली और विजय ने मेजबान टीम को कोई ओर झटका नहीं लगने दिया। कोहली अभी तक 186 गेंद खेल चुके हैं और अपनी इस शानदार पारी में उन्होंने अभी तक 16 चौके लगा चुके है। वहीं विजय ने अपनी पारी में 267 गेंदें खेलीं और 13 चौके लगाए हैं।
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श्रीलंका के लिए संदाकन के अलावा दिलरुवान परेरा और लाहिरू गमागे ने एक-एक विकेट लिया। कोहली और विजय की जोड़ी ने 78 रनों पर दो विकेट गिर जाने के बाद अपना खेल शुरू किया था। पहले सत्र में आराम से खेलने वाले कोहली ने दूसरे सत्र में घरेलू दर्शकों के सामने अपना जौहर दिखाया पहले सत्र में कोहली ने सिर्फ 17 रन बनाए थे। दूसरे सत्र में उन्होंने अपने खाते में 77 रन जोड़े और शतक से छह रन दूर रहकर नाबाद लौटे। विजय ने हालांकि पहले सत्र में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था। वह 51 रनों पर नाबाद लौटे थे। दूसरे सत्र में उन्होंने अपना शतक पूरा किया।
दिन के दूसरे सत्र की शुरूआत में विजय थोड़े खामोश दिखे, लेकिन चायकाल होते-हाते वह तेजी से रन बनाने लगे थे। इस सत्र में भारत ने 129 रन जोड़े थे और चायकाल में दो विकेट के नुकसान पर 245 रनों के साथ गई थी। तीसरे सत्र में इन दोनों के लिए बल्लेबाजी और आसान हो गई थी। श्रीलंकाई गेंदबाज मायूस नजर आए और उनके प्रदर्शन को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो वह सिर्फ गेंद डालने का काम पूरा कर रहे हों। न ही उनके पास भारत की इस जोड़ी के लिए कोई रणनीति थी न ही वह कोई कोशिश कर रहे थे।