Ranji Trophy 2021-22: मुंबई ने दर्ज की फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत,उत्तराखंड को हराकर तोड़ा 92 साल पुराना रिकॉर्ड
Mumbai Beat Uttarakhand By 725 Runs: मुंबई क्रिकेट टीम (Mumbai Cricket Team) ने बेंगलुरु में खेले गए गए रणजी ट्रॉफी 2021-22 के दूसरे क्वार्टर फाइनल में गुरुवार (9 जून) को उत्तराखंड को 725 रनों के विशाल अंतर से हराकर...
Mumbai Beat Uttarakhand By 725 Runs: मुंबई क्रिकेट टीम (Mumbai Cricket Team) ने बेंगलुरु में खेले गए गए रणजी ट्रॉफी 2021-22 के दूसरे क्वार्टर फाइनल में गुरुवार (9 जून) को उत्तराखंड को 725 रनों के विशाल अंतर से हराकर इतिहास रच दिया। यह रनों के लिहाज से फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत (Biggest Win In First Class Cricket) है। मुंबई की टीम ने 92 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त किया। इससे पहले साल 1930 में ऑस्ट्रेलिया के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में न्यू साउथ वेल्स की टीम ने क्वीसलैंड की टीम को 685 रनों से हराया था।
मुंबई का मुकाबला अब दूसरे सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश की टीम से होगा, जो 14 जून से बेंगलुरु में ही खेला जाएगा।
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डेब्यू मैच खेल रहे सुवेद पारकरी (252) के दोहरे शतक और सरफराज खान (153) के शतक के दम पर मुंबई ने 8 विकेट के नुकसान पर 647 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी थी। इसके जवाब में उत्तराखंड की टीम 114 रनों पर ही सिमट गई थी, जिसमें मुंबई के लिए शम्स मुलानी ने सबसे अधिक 5 विकेट चटकाए।
Mumbai achieve the biggest runs victory in the history of first-class cricket.
— Kausthub Gudipati (@kaustats) June 9, 2022
Biggest wins:
725 runs - Mumbai v Uttarakhand, today
685 runs - New South Wales v Queensland, 1930
675 runs - England v Australia, 1928
638 runs - New South Wales v South Australia, 1921#RanjiTrophy
मुंबई ने दूसरी पारी तीन विकेट पर 261 बनाकर घोषित कर दी और पहली पारी में मिली 533 रनों की बढ़त के आदार पर उत्तराखंड के सामने जीत के लिए 794 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। इसके जवाब में उत्तराखंड की पूरी टीम 69 रनों पर ही ढेर हो गई। टीम के नौ खिलाड़ी के दहाईं के आंकड़ा तक नहीं छू सके।
#Mumbai beat #Uttarakhand by 725 runs in the #Quarterfinal of #RanjiTrophy2022 pic.twitter.com/3KsXdfnmzp
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) June 9, 2022
मुंबई के लिए दूसरी पारी में धवल कुलकर्णी, तनुष कोटियां और शम्स मुलानी ने तीन-तीन विकेट, वहीं मोहित अवस्थी ने एक विकेट अपने खाते में डाला।
बता दें कि रनों के लिहाज से रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड इससे पहले बंगाल के नाम था। बंगाल ने 1953-54 में ओडिशा को 540 रनों से हराया था।