भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पहले दो टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद रवींद्र जडेजा की बल्लेबाजी ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में उनके संपूर्ण कौशल सेट पर भरोसा जगाया है।
बाएं हाथ के स्पिनर ने मौजूदा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अपना जलवा बिखेरा। रविवार को दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 113 रनों पर समेटने के लिए उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सात विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन भी दर्ज किया।
चोपड़ा ने ईएसपीएन क्रिक इन्फो में बताया, ईमानदारी से कहूं तो ऐसा लगा, जैसे वह क्रिकेट से कभी दूर नहीं गया। पहले अक्षर हर बार हाथ घुमाकर विकेट लेता था, लेकिन अब अक्षर गेंदबाजी नहीं कर पा रहा है क्योंकि मैदान पर रवींद्र जडेजा है।