1 नवंबर को संन्यास लेगें आशीष नेहरा, कर दिया ऐलान
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर| मौजूदा दौर में भारत के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। नेहरा अपने जीवन का अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच एक नवंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर| मौजूदा दौर में भारत के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। नेहरा अपने जीवन का अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच एक नवंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर होने वाले टी-20 मैच के रूप में खेलेंगे। 38 साल के नेहरा इसके बाद किसी भी प्रारूप में भारतीय जर्सी में नजर नहीं आएंगे।
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क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, नेहरा घरेलू क्रिकेट और टी-20 से भी संन्यास ले रहे हैं। साथ ही वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। नेहरा का करियर चोटों से काफी प्रभावित रहा है। उन्होंने अपने करियर में कुल 12 सर्जरी कराई हैं। नेहरा ने कई बार टीम से बाहर जाने के बाद वापसी की है।
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2016 में उनके द्वारा की गई वापसी के बाद से उन्होंने खेल के छोटे प्रारुप में टीम को काफी कुछ दिया। चोटों से वापसी करते हुए ही उन्होंने 2011 विश्व कप टीम में जगह बनाई थी और टीम को विजेता बनाने में रोल निभाया था। वह पिछले साल टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।
नेहरा ने 1999 में दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। हालांकि वह टेस्ट क्रिकेट ज्यादा नहीं खेल पाए। उनके खाते में सिर्फ 17 टेस्ट मैच हैं जिसमें उन्होंने 44 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में खेला था।
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वनडे में नेहरा ने भारत के लिए 120 मैच खेले हैं और 157 विकेट लिए हैं। जिम्बाब्वे के खिलाफ 2001 में हरारे में अपना पहला मैच खेलने वाले नेहरा ने अपना आखिरी वनडे 2011 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 30 मार्च को खेला था।
नेहरा को 2003 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में छह विकेट लेने के लिए जाना जाता है। इस मैच में उन्होंने इंग्लैंड की कमर तोड़ दी थी और भारत को जीत दिलाई थी। इस विश्व कप में नेहरा, जहीर खान और जवागल श्रीनाथ की तिगड़ी ने भारत को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की थी।