ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली का नाम पाकिस्तान के शोएब अख्तर के साथ क्रिकेट इतिहास के सर्वकालिक तेज गेंदबाज के रूप में लिया जाता है। सटीक लाइन लेंथ के साथ ब्रेट ली की कहर बरपाती गेंदें विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुश्किल पैदा करती थीं। अक्सर ऐसा होता था कि बल्लेबाज कुछ समझे उससे पहले ली की गेंद उसका विकेट उड़ा चुकी होती थी। विश्व क्रिकेट के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज ली को अपने सपने को पूरा करने के लिए सेल्समैन की नौकरी करनी पड़ी थी।
ब्रेट ली का जन्म 8 नवंबर 1976 को न्यू साउथ वेल्स में हुआ था। ली ने किशोरावस्था से ही ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का सपना देखा था। उनकी गेंद की गति को देख उन्हें मौके भी मिल रहे थे। लेकिन, आर्थिक रूप से खुद को सबल बनाए रखने के लिए ब्रेट ली ने पुरुषों के सूट बनाने वाली बार्कले स्टोर में सेल्समैन की नौकरी की थी। तब, ऑस्ट्रेलिया के लिए उनका डेब्यू नहीं हुआ था और घरेलू क्रिकेट में पैसे पर्याप्त नहीं मिलते थे। इसलिए अपने सपने को पूरा करने के लिए ली सेल्समैन की नौकरी से भी नहीं चूके। ली की ये कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो किसी मजबूरीवश अपने सपने से समझौता कर लेते हैं।
23 साल की उम्र में ब्रेट ली ने 1999 में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट और 2000 में वनडे में डेब्यू किया था। 2005 में उन्होंने टी20 में डेब्यू किया था। अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब उनका नाम ऑस्ट्रेलिया के सबसे धनी खिलाड़ियों में शुमार है।