Kolkata Knight Riders: भारतीय क्रिकेट टीम में सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, और मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे खिलाड़ी हुए हैं जिनका करियर एक दशक से भी ज्यादा लंबा था। इस दौरान इन क्रिकेटरों ने सैकड़ों मैच खेले, लेकिन उन्हें कभी विश्व कप की ट्रॉफी उठाने का मौका नहीं मिला। लेग स्पिनर पीयूष चावला ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीनों फॉर्मेट मिलाकर कुल 35 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और इस दौरान एक टी20 विश्व कप और एक वनडे विश्व कप उनके खाते में दर्ज है। यही वजह है कि पीयूष को भारतीय क्रिकेट का लकी चार्म कहा जाता है।
24 दिसंबर 1988 को अलीगढ़ में जन्मे पीयूष को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था। वह दाएं हाथ के लेग स्पिनर और बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उत्तर प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले पीयूष का 2006 में टेस्ट फॉर्मेट के लिए भारतीय टीम में पहली बार चयन हुआ। उनका डेब्यू मैच इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में था।
2007 में पहला टी20 विश्व कप खेला गया। भारतीय टीम में पीयूष चावला का चयन हुआ। हरभजन सिंह जैसे दिग्गज स्पिनर की मौजूदगी में पीयूष को टी20 विश्व कप में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन भारतीय टीम ने वो विश्व कप जीता था और पीयूष विश्व विजेता टीम के सदस्य बने।