Sarfaraz Khan: रणजी चैंपियन मुंबई के सरफ़राज़ ख़ान ने शेष भारत के खिलाफ ईरानी ट्रॉफ़ी मैच के दूसरे दिन बुधवार को 221 रनों की पारी खेली और नाबाद रहे। सरफ़राज़ के इस दोहरे शतक से मुंबई की टीम ने नौ विकेट के नुक़सान पर 536 रन बना लिए हैं।
सरफ़राज़ का यह दोहरा शतक बेहतरीन होने के साथ-साथ ऐतिहासिक भी था, क्योंकि इससे पहले मुंबई के किसी भी बल्लेबाज़ ने ईरानी कप में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हुए दोहरा शतक नहीं लगाया था। इससे पहले रवि शास्त्री, वसीम जाफ़र, यशस्वी जायसवाल ने ईरानी कप में दोहरा शतक ज़रूर लगाया है लेकिन वह तब रेस्ट ऑफ़ इंडिया की टीम से खेल रहे थे।
जब दूसरे दिन का खेल शुरु हुआ तो मुंबई को पहला झटका अजिंक्य रहाणे के रूप में लगा। रहाणे अपने शतक से सिर्फ़ तीन रन दूर थे लेकिन यश दयाल ने उन्हें ध्रुव जुरेल के हाथों कैच करा कर पवेलियन भेज दिया। हालांकि सरफ़राज़ का बल्ला थमने के मूड में नहीं था। वह किसी भी ख़राब गेंद को छोड़ने के मूड में नहीं थे। दूसरे दिन के खेल में सरफ़राज़ ने कुल 188 गेंदों का सामना किया। इस दौरान उन्होंने 25 चौके और चार छक्के लगाए और कुल 167 रन बनाए।