टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी शोएब मलिक का अब तक शानदार प्रदर्शन रहा, लेकिन जब उन्हें पहली बार वेस्टइंडीज में यह खबर मिली कि उन्हें टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान टीम में नहीं चयन किया गया, तो वे निराश हो गए थे और उन्होंने सोचा था कि यह मेरे करियर का अंत है। हालांकि, बाद में चीजें बदली और अनुभवी बल्लेबाज सोहेब मकसूद को चोट के कारण बाहर किए जाने के बाद इस दिग्गज खिलाड़ी को पाकिस्तान टीम में शामिल किया गया। उनका टीम से जुड़ना उनकी किस्मत में था।
मलिक ने 2009 में टी-20 वर्ल्ड के सेमीफाइनल में जगह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिससे पाकिस्तान बाद में चैंपियन बना। वहीं, इस वर्ल्ड कप में जिस तरह के फॉर्म में चल रहे हैं, 11 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले मैच में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
इस टूर्नामेंट में निर्णायक क्षण तब आया जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 20 गेंदों में 26 रनों की पारी खेलकर पाकिस्तान को एक करीबी मुकाबले में अहम जीत दिलाई, जिसने ग्रुप 2 में शीर्ष पर पहुंचा दिया। मलिक ने स्कॉटलैंड के खिलाफ अपनी आखिरी सुपर 12 मैच में 18 गेंदों में नाबाद 54 रनों की पारी खेली, जिससे पता चलता है कि वह सेमीफाइनल मुकाबले के लिए अच्छे फॉर्म में है।