Cricket Tales - बीसीसीआई द्वारा आयोजित, सालाना दिलीप सरदेसाई मेमोरियल लेक्चर की कोविड के बाद वापसी हो रही है- एक नई शुरुआत के साथ। पहली बार कोई महिला क्रिकेटर ये लेक्चर देंगी- 27 दिसंबर को क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में और ये सम्मान मिल रहा है झूलन गोस्वामी को। सुनील गावस्कर, कपिल देव और बिशन सिंह बेदी जैसे दिग्गज ये लेक्चर दे चुके हैं।
कोई ख़ास बात होगी तभी तो बोर्ड ने दिलीप सरदेसाई के सम्मान में इस लेक्चर की शुरुआत की। सरदेसाई,1960 और 1970 के दशक में मुंबई की बल्लेबाजी के मजबूत आधार में से एक थे। टेस्ट रिकॉर्ड- 30 मैचों में 39.23 औसत से 2001 रन, 5 शतक- आज ये साधारण रिकॉर्ड लग सकता है लेकिन हेलमेट युग से पहले ये रन कम नहीं थे। 1962 के वेस्टइंडीज टूर में वे उन क्रिकेटरों में से एक थे जिन्होंने हिम्मत से वेस्टइंडीज के पेस अटेक का सामना किया। 1970 आते-आते कई छोटे स्कोर उन्हें टीम से बाहर करने की वजह बन गए थे।
इस तरह, वे तो किसी स्कीम में नहीं थे पर इतिहास ये है कि जब अजीत वाडेकर को कप्तान बनाया 1971 के वेस्टइंडीज टूर के लिए तो उन्होंने सरदेसाई को टीम में शामिल करने पर जोर दिया। उस 5 टेस्ट की सीरीज में, सरदेसाई ने एक दोहरे सहित तीन शतक बनाए- कुल 642 रन और इससे ज्यादा रन सिर्फ युवा सुनील गावस्कर (774) के थे।