IPL 2025: एक ऐसा कंजूस गेंदबाज जिसे आईपीएल में जादूगर भी कहते थे
अब तक जिस बड़ी प्रतिष्ठा के साथ जोफ्रा आर्चर आईपीएल में खेलते रहे हैं वह उनके रिकॉर्ड में कहीं नजर नहीं आती। 9 अप्रैल 2025 तक आईपीएल में रिकॉर्ड : 45 मैच में 53 विकेट। इस रिकॉर्ड में भी एक

Cricket Trivia (IPL Special): अब तक जिस बड़ी प्रतिष्ठा के साथ जोफ्रा आर्चर आईपीएल में खेलते रहे हैं वह उनके रिकॉर्ड में कहीं नजर नहीं आती। 9 अप्रैल 2025 तक आईपीएल में रिकॉर्ड : 45 मैच में 53 विकेट। इस रिकॉर्ड में भी एक ख़ास बात है मेडन ओवर फेंकना। टी20 तो वह फॉर्मेट है जिसमें डॉट बॉल का हिसाब रखा जाता है और गेंदबाज के रिकॉर्ड में फेंकी डॉट बॉल का ख़ास जिक्र होता है पर यहां तो पूरा मेडन ओवर फेंक दिया।
इस सीजन में, 30 मार्च को राजस्थान रॉयल्स की सनराइजर्स हैदराबाद पर जीत में जोफ्रा के गेंदबाजी प्रदर्शन 3 ओवर में 1-13 में ये नजरअंदाज हो गया कि एक मेडन ओवर भी फेंका। अकेले चेन्नई सुपर किंग्स के विरुद्ध वे 3 मेडन ओवर फेंक चुके हैं
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आईपीएल में एक टीम के विरुद्ध, एक गेंदबाज के सबसे ज्यादा मेडन ओवर का रिकॉर्ड देखें तो जोफ्रा ने प्रवीण कुमार के मुंबई इंडियंस और लसिथ मलिंगा के आरसीबी के विरुद्ध रिकॉर्ड को बराबर किया जबकि 5 मेडन ओवर के साथ भुवनेश्वर कुमार (विरुद्ध चेन्नई सुपर किंग्स) और इरफान पठान (विरुद्ध मुंबई इंडियंस) इनसे आगे हैं।
वैसे आईपीएल में सबसे ज्यादा मेडन ओवर किसने फेंके हैं? दो गेंदबाज इस रिकॉर्ड में बराबरी पर हैं और इनमें से एक अभी खेल रहा हैं यानि कि उनके पास टॉप पर आने का मौका है। ये हैं टी20 फॉर्मेट के सबसे सही गेंदबाज में से एक गिने जाने वाले भुवनेश्वर कुमार। अब तक आईपीएल में 3 टीम पुणे, आरसीबी और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेले भुवनेश्वर ने 9 अप्रैल 2025 तक 179 मैच में 184 विकेट लिए और 662.4 ओवर की गेंदबाजी में 14 मेडन ओवर फेंके हैं।
भुवी अगर आईपीएल में खूब मशहूर हैं मेडन ओवर फेंकने के लिए तो जिन प्रवीण कुमार (गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, मुंबई इंडियंस,आरसीबी और सनराइजर्स) का रिकॉर्ड बराबर किया, वे तो और भी प्रभावशाली रहे। 2008 से 2017 तक के आईपीएल करियर में प्रवीन ने 119 मैच में जो 420.4 ओवर फेंके (90 विकेट) उनमें 14 मेडन थे। भुवनेश्वर से 242 ओवर और 60 मैच कम पर मेडन ओवर बराबर। इस लिस्ट में इनके बाद, ट्रेंट बोल्ट 11 ओवर, इरफान पठान 10 ओवर और धवल कुलकर्णी 8 ओवर का नंबर है।
प्रवीण कुमार की और बात करते हैं। जैसे इंटरनेशनल क्रिकेट में फैब 4 के तौर पर विराट कोहली, जो रूट, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन मशहूर हैं, वैसे ही एक समय भारतीय क्रिकेट में फैब 5 मशहूर थे- सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग। क्या आप विश्वास करेंगे कि आईपीएल में सिर्फ दो गेंदबाज ऐसे हैं जिन्होंने इन फैब 5 को कम से कम एक बार तो आउट किया ही। इनमें से एक यही प्रवीण कुमार हैं।
प्रवीण कुमार भले बहुत तेज नहीं थे लेकिन गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने का टैलेंट था, लंबे स्पैल फेंक सकते थे और विकेट को पहचान, उसी के हिसाब से गेंदबाजी। टी20 और वनडे दोनों में रन देने में बेहद कंजूस रहे। मेरठ में (जहां से वे हैं), उन्हें गेंद के साथ 'जादूगर' कहते थे।
आईपीएल करियर की बात करें तो 2008 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ जुड़े और 120 लाख रुपये के कॉन्ट्रैक्ट पर 2010 तक रहे। हैट्रिक भी ली थी 2010 में- राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध। थे तो गेंदबाज पर उनके नाम आईपीएल के सबसे लंबे 6 में से एक का रिकॉर्ड भी है- 2008 में राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध मैच में यूसुफ पठान की गेंद पर 124 मीटर का 6 लगाया और उसी सीज़न में बने चेन्नई सुपर किंग्स के एल्बी मोर्केल के आईपीएल रिकॉर्ड के बराबर की।
2011 से 2013 तक किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेले- कॉन्ट्रैक्ट था 3.68 करोड़ रुपये का। हैरानी ये कि 2014 ऑक्शन में बिके ही नहीं- सभी फ्रेंचाइजी कैंप में आम सोच ये थी कि बड़े 'महंगे' हैं। बहरहाल सीजन के बीच में मुंबई इंडियंस ने चोटिल ज़हीर खान की जगह ले लिया 50 लाख रुपये के कॉन्ट्रैक्ट पर। 2015 के ऑक्शन में सनराइजर्स हैदराबाद ने 220 लाख रुपये की फीस पर खरीदा पर एक सीजन बाद ही रिलीज कर दिया। आख़िरी टीम 2016 से 2017 तक गुजरात लायंस रही।
प्रवीण कुमार के नाम के साथ और भी कई स्टोरी हैं। तुनक मिजाज थे और बहुत जल्दी गुस्से में आ जाते थे। इसीलिए ग्राउंड पर झड़प की स्टोरी हैं तो पारिवारिक जिंदगी की कलह भी। खेलना चाहते थे पर कोई चुन नहीं रहा था। इसी से और परेशान हुए और शराब पीने लगे। डिप्रेशन में भी रहे। जनवरी 2020 के एक इंटरव्यू में तो ये भी कहा कि इतने परेशान थे कि आत्महत्या करना चाहते थे। वे ये भी दावा करते हैं कि वे इतने खराब नहीं थे जितनी कि सोशल मीडिया में उनके नाम पर स्टोरी हैं।
बहरहाल एक गेंदबाज के तौर पर उनका रिकॉर्ड खुद तारीफ़ है। इंटरनेशनल क्रिकेट ही देखें तो 6 टेस्ट, 68 वनडे और 10 टी20 खेले।
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- चरनपाल सिंह सोबती