रोहित शर्मा की जगह टेस्ट में लेने वाले हनुमा विहारी इस बात को लेकर हुए भावुक, कही दिल की बात
7 सितंबर। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत को 2- 0 से जीत दर्ज हुई। इस टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा को प्लेइंग XI में मौका नहीं मिला था। रोहित शर्मा की जगह हनुमा विहारी को मौका मिला। इस मौके को हनुमा विहारी ने अच्छे तरह से भुनाया और पूरे टेस्ट सीरीज में 289 रन बनानें में सफल रहे।
हनुमा विहारी ने टेस्ट सीरीज के बाद न्यूज एजेंसी को दिए अपने बयान में अपने इस परफॉर्मेंस को लेकर बात की और कहा कि टेस्ट सीरीज में खुद के परफॉर्मेंस से वो बेहद खुश हैं। हनुमा विहारी ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले उन्होंने खुद के लिए एक रणनीति बनाई थी।
हनुमा विहारी ने कहा कि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दोनों टेस्ट मैच अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच समझकर खेला था। विहारी ने कहा कि इस सोच के कारण वो टेस्ट सीरीज में अच्छा परफॉर्मेंस कर पाने में सफल रहे।
आपको बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद कप्तान कोहली भी हनुमा विहारी की बल्लेबाजी से काफी खुश थे और कहा था कि जब हनुमा विहारी बल्लेबाजी करते हैं तो पूरा ड्रेसिंग रूम में सुकून का माहौल रहता है।
गौरतलब है कि हनुमा विहारी ने अबतक 6 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान 1 शतक और 3 अर्धशतक जमाते हुए 456 रन बनाए हैं। विहारी ने कहा कि वो पिछले 6 सालों से कड़ी मेहनत कर रहे थे। हनुमा विहारी ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में दबाव भरे माहौल का सामना करना उनके लिए काफी अहम साबित हुआ। हनुमा विहारी ने इसके साथ - साथ आंध्र क्रिकेट संघ और चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद को भी थैंक्यू कहा है।
अपनी माता जी को दिया धन्यवाद
आपको बता दें कि जब हनुमा विहारी 12 साल के थे तो उनके पिता का देहांत हुआ था। हनुमा विहारी ने अपनी सफलता का पूरा का पूरा श्रेय अपनी माता जी विजयलक्ष्मी को दी है। हनुमा ने कहा कि उन मुश्किल समय में माता जी ने जिस हौसले के साथ मुझे अपने सपने को साकार करने में मदद की वो असाधारण है।