'सौरव गांगुली ने तब सहारा दिया जब कुछ नहीं था, जब धोनी कप्तान थे तब मैं कुछ था'
हरभजन सिंह ने क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 41 साल के हरभजन सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए इस बारे में जानकारी दी थी कि अब वह क्रिकेट के हर फॉर्मेट को छोड़ रहे हैं। हरभजन सिंह ने ऐसे समय में उनका मार्गदर्शन करने के लिए सौरव गांगुली की सराहना की, जब वह कुछ भी नहीं थे।
हरभजन सिंह ने एक जाने माने वेब पोर्टल से बातचीत के दौरान कहा, 'यह मेरे लिए एक आसान सा जवाब है। सौरव गांगुली ने मुझे मेरे करियर के उस मोड़ पर सहारा दिया था जब मैं कुछ भी नहीं था। लेकिन जब धोनी कप्तान बने तो मैं कुछ था। इसलिए, आपको बड़े अंतर को समझने की जरूरत है।'
हरभजन ने 1998 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी, लेकिन 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ के बाद ही वह एक बड़े नाम बन पाए थे। उस सीरीज में हरभजन सिंह ने कोलकाता के ईडन गार्डन में हैट्रिक सहित 31 विकेट चटकाए थे।
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बता दें कि हरभजन सिंह ने भारत के लिए अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला साल 2016 में UAE के खिलाफ खेला था। मालूम हो कि हरभजन सिंह ने कुल 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट झटके हैं। वहीं 236 वनडे मैचों में उनके नाम 269 दर्ज हैं। हरभजन सिंह ने टीम इंडिया के लिए कुल 28 टी-20 मैच भी खेले हैं जिसमें उनके नाम 25 विकेट हैं।