बेंगलुरू टेस्ट : स्पिनरों की बदौलत भारत अच्छी स्थिति में
बेंगलुरू, 14 नवंबर | भारतीय क्रिकेट टीम ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में जारी दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शानिवार का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 80 रन बना लिए हैं। भारतीय टीम पहली पारी की तुलना में अभी भी 134 रन पीछे है। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 214 रन बनाए थे। भारतीय स्पिनरों ने एक बार फिर कमाल करते हुए इस पारी में आठ विकेट झटके। इसमें मोहाली के हीरो रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन का आधा-आधा योगदान रहा।
स्टम्प्स तक शिखर धवन 45 और मुरली विजय 28 रनों पर नाबाद लौटे। धवन ने 62 गेंदों पर सात चौके लगाए हैं जबकि विजय ने 73 गेंदों का सामना कर पांच बार गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुंचाया है।
इससे पहले, अश्विन (70-4) और जडेजा (50-4) की धारदार फिरकी की बदौलत भारत दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 214 रनों पर समेट दी। दक्षिण अफ्रीकी टीम चायकाल के ठीक बाद ऑलआउट हो गई। उसने 59 ओवरों का सामना किया।
मेहमान टीम की ओर से अब्राहम डिविलियर्स ने सबसे अधिक 85 रन बनाए। डीन एल्गर ने 38 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर से वरुण एरॉन ने भी एक सफलता पाई। मेहमान टीम का एक खिलाड़ी रन आउट हुआ।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए पहले सत्र में तीन और दूसरे सत्र में चार सफलता हासिल की। चायकाल तक मेहमान टीम ने सात विकेट पर 177 रन बनाए थे।
चायकाल के बाद कागिसू राबाडा (0), मोर्ने मोर्कल (22 रन, 20 गेंद, 3 चौके) और केल एबॉट (14 रन, 40 गेंद, 2 चौके) के विकेट गंवाए। एबॉट रन आउट हुए जबकि राबाडा को जडेजा तथा मोर्कल को अश्विन ने आउट किया।
इससे पहले अपने स्पिनरों की अगुवाई में भारतीय टीम ने चायकाल तक 177 रनों के कुल योग पर दक्षिण अफ्रीका के सात विकेट झटक लिए थे।
डिविलियर्स का विकेट गिरते ही चायकाल की घोषणा हुई थी। एबॉट शून्य पर नाबाद लौटे थे। अपने करियर का 100वां टेस्ट खेल रहे डिविलियर्स ने 105 गेंदों का सामना कर 11 चौके और एक छक्का लगाया। उनका विकेट जडेजा ने लिया।
मेहमान टीम ने भोजनकाल तक तीन विकेट पर 78 रन बनाए थे। उस समय तक स्टीयान वान जिल (10), फाफ दू प्लेसिस (0) और हाशिम अमला (7) के विकेट गिरे थे।
डिविलियर्स 19 और डीन एल्गर (38) रनों पर नाबाद लौटे थे। भोजनकाल के ठीक बाद जडेजा ने एल्गर को आउट कर भारत को चौथी सफलता दिलाई। एल्गर और डिविलियर्स ने चौथे विकेट के लिए 33 रन जोड़े।
एल्गर का विकेट 78 रनों पर गिरा। एल्गर ने 81 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद ज्यां पॉल ड्यूमिनी (15) ने डिविलियर्स के साथ पांचवें विकेट के लिए 42 रनों की साझेदारी की।
ड्यूमिनी को 120 के कुल योग पर अश्विन ने आउट किया। डेन विलास ने भी 15 रन बनाए। विलास का विकेट 159 के कुल योग पर गिरा। विलास और डिविलियर्स के बीच 39 रनों की साझेदारी हुई।
भारत का टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने का यह फैसला उस समय सही साबित हुआ जब 15 रन के कुल योग पर जिल को अश्विन ने पगबाधा आउट किया।
जिल ने 20 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसी योग पर अश्विन ने प्लेसिस को चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया। इसके बाद अमला और एल्गर ने तीसरे विकेट के लिए 30 रन जोड़े। अमला को एरॉन ने एक सुंदर गेंद पर क्लीन बोल्ड किया। अमला ने 18 गेंदों का सामना कर एक चौका लगाया।
चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे है। इसमें मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका को 108 रनों से हराया था।
(आईएएनएस)