भारतीय महिला क्रिकेट को बेहतरीन खिलाड़ियों की जरूरत: मिताली राज

Updated: Sun, Feb 26 2023 22:43 IST
Image Source: IANS

इंग्लैंड में 2017 के वनडे विश्व कप में उपविजेता होने के बाद से भारत में महिला क्रिकेट ने बड़ी प्रगति की है। तब से, भारत ने एशिया कप जीता, 2020 महिला टी20 विश्व कप का उपविजेता बना, 2018 और 2023 महिला टी20 विश्व कप में सेमी-फाइनलिस्ट रहा और साल की शुरूआत में अंडर19 महिला टी20 विश्व कप ट्रॉफी भी हासिल की।

अब सवाल उठता है कि देश में महिला क्रिकेट के विकास को आगे बढ़ाने के लिए और क्या करने की जरूरत है? महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) का पहला सीजन 4 मार्च से शुरू हो रहा है। यह देश में महिला क्रिकेट के विकास को बढ़ाने में एक ऐतिहासिक क्षण होने जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के लिए अपने कॉलम में, भारत की पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज मिताली राज ने दो चीजों की ओर इशारा किया, जिनकी महिला क्रिकेट में विकास के लिए राष्ट्रों को आवश्यकता होगी। आलराउंडर खिलाड़ी और अधिक तेज गेंदबाज की।

उन्होंने कहा, सभी खिलाड़ी अब दो और तीन आलराउंडर खिलाड़ियों के होने के महत्व को समझते हैं। केवल एक चीज करने वाले खिलाड़ी आज के खेल में वांछित नहीं हैं। केवल असाधारण प्रतिभा वाली खिलाड़ी जैसे मेग लैनिंग, स्मृति मंधाना और कुछ अन्य जो हैं असाधारण बल्लेबाज कामयाब हो सकते हैं या डार्सी ब्राउन या शबनीम इस्माइल जो 120 प्लस की गति निकाल सकती हैं। बाकी सभी ने अपना कौशल विकसित किया है और अपने समग्र खेल में जोड़ा है।

उन्होंने आगे कहा, उदाहरण के लिए, हमने देखा है कि कैसे इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टोन ने डेथ ओवरों में बल्ले से अपने कौशल को विकसित किया है। भारत के खिलाफ उनकी शानदार छोटी पारी निर्णायक साबित हुई। वहीं, ग्रेस हैरिस गेंद से योगदान दे सकती हैं और आस्ट्रेलिया के लिए विकेट ले सकती हैं। इसलिए खुद को एक आलराउंडर के रूप में स्थापित करना और किसी एक चीज में महारथ हासिल करना ही महिला क्रिकेट के लिए आगे का रास्ता है।

भारतीय टीम में कप्तान हरमनप्रीत कौर, सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा और पूजा वस्त्रकर जैसे बहु-कुशल खिलाड़ी हैं। अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप विजेता टीम की सदस्य गोंगडी तृषा, सोनम यादव, मन्नत कश्यप और अर्चना देवी जैसे बहु-कुशल खिलाड़ी हैं।

वस्त्रकर के भारतीय महिला क्रिकेट टीम में एक अलग तेज गेंदबाजी आलराउंडर होने के साथ, तीत्सा साधु या हर्ले गाला जैसी किसी खिलाड़ी को अमनजोत कौर के साथ उस स्थिति के लिए तैयार किया जा सकता है, जिन्होंने महिला टी20 सीरीज के दौरान अपने कौशल का शानदार प्रदर्शन किया।

इसके बाद तेज गेंदबाजी विभाग आता है, जिसके बारे में मिताली को लगता है कि भविष्य में यह एक प्रमुख शक्ति हो सकती है। टी20 विश्व कप में, दक्षिण अफ्रीका की तेज गेंदबाजों में शामिल शबनीम इस्माइल, अयाबोंगा खाका, नादिन डी क्लार्क और मरिजन कैप ने टूर्नामेंट में तेज गेंदबाजी विभाग में शानदार प्रदर्शन किया है।

भारत में, पूजा के अलावा, रेणुका ठाकुर, शिखा पांडे और अंजलि सरवानी महिला टी20 विश्व कप टीम में मौजूद थीं, जबकि मेघना सिंह रिजर्व में थीं। कुल मिलाकर, भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण ने 2023 टी20 विश्व कप में 12 विकेट लिए।

मिताली ने कहा, टूर्नामेंट का एक विषय तेज गेंदबाजों का उदय रहा है, जिन्होंने वास्तव में हावी होकर अपनी टीमों को जीत दिलाने में मदद की है।

टी20 विश्व कप शुरू होने से दो महीने पहले, मुख्य कोच रमेश पोवार को एनसीए में स्थानांतरित कर दिया गया था और हृषिकेश कानितकर को बल्लेबाजी कोच बनाया गया था। साथ ही तेज गेंदबाजी कोच ट्रॉय कूले ने गेंदबाजी विभाग को संभाला था, क्योंकि भारत बिना मुख्य कोच के प्रतियोगिता में शामिल हुआ था।

आरजे/आरआर

 

Also Read: क्रिकेट के अनसुने किस्से

This story has not been edited by Cricketnmore staff and is auto-generated from a syndicated feed

TAGS

संबंधित क्रिकेट समाचार

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें