Joe Root ने रचा इतिहास, न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 23 रन बनाकर भी तोड़ दिया सचिन तेंदुलकर का महारिकॉर्ड
Joe Root Record: इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हेगले ओवल, क्राइस्टचर्च में खेला गया था जहां रविवार, 1 दिसंबर को इंग्लैंड ने 8 विकेट से ये मुकाबला जीतकर अपने नाम किया। इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज़ जो रूट ने अपनी टीम की दूसरी पारी में 15 बॉल पर 3 चौके और एक छक्का लगाते हुए नाबाद 23 रन बनाए और इतना करने महज़ से उन्होंने अब सचिन तेंदुलकर का एक महारिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
जी हां, ऐसा ही हुआ है। दरअसल, न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथी पारी में महज़ 23 रन बनाने के साथ ही अब जो रूट टेस्ट इंटरनेशनल की चौथी पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। वो चौथी इनिंग में बैटिंग करते हुए अब तक 1630 रन जड़ चुके हैं और उन्होंने इस मामले में महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर को पछाड़ा है। सचिन के नाम टेस्ट की चौथी पारी में 1625 रन दर्ज हैं।
ये हैं टॉप-5 बल्लेबाज़ जिन्होंने चौथी पारी में बनाए हैं सबसे ज्यादा रन
इंग्लैंड का नंबर-1 टेस्ट बैटर
आपको बता दें कि जो रूट टेस्ट फॉर्मेट में इंग्लैंड के नंबर-1 बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने अब देश के लिए अब तक 150 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें वो 35 सेंचुरी और 64 हाफ सेंचुरी ठोकते हुए 12777 रन बना चुके हैं। टेस्ट में जो रूट का औसत 50.90 का रहा है और वो इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में टॉप-5 बल्लेबाज़ों में शामिल है। उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर, रिकी पोटिंग, जैक कैलिस, और राहुल द्रविड़ ही हैं।
इसके अलावा वो मौजूदा समय में आईसीसी रैंकिग्स के अनुसार दुनिया के नंबर-1 टेस्ट बल्लेबाज़ हैं।
इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड पर बनाई 1-0 की बढ़त
बात करें अगर क्राइस्टचर्च टेस्ट की तो यहां इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया था जिसके बाद न्यूजीलैंड ने पहली इनिंग में केन विलियमसन की 93 रनों की इनिंग के दम पर 348 रन बनाए। इसके जवाब में इंग्लैंड के लिए हैरी ब्रूक ने 171 रनों की तूफानी पारी खेली जिसके दम पर इंग्लैंड ने स्कोरबोर्ड पर 499 रन टांग दिये।
Also Read: Funding To Save Test Cricket
इसके बाद अपनी दूसरी इनिंग में न्यूजीलैंड के लिए केन विलियमसन (61) और डेरिल मिचेल (84) ने अच्छी पारी खेलते हुए अर्धशतक जड़ा लेकिन टीम का स्कोर सिर्फ 254 तक पहुंचा। ऐसे में अब इंग्लैंड को सिर्फ 104 रनों का लक्ष्य हासिल करना था जिसे उन्होंने बेहद आसानी से 2 विकेट खोकर प्राप्त कर लिया।