इशांत शर्मा का एलान, कोहली,विजय नहीं बल्कि ये दिलाएंगे टीम इंडिया को इंग्लैंट टेस्ट सीरीज में जीत

Updated: Mon, Jul 23 2018 11:02 IST
Pacers can win series for India vs England, feels Ishant Sharma (© IANS)

लंदन, 23 जुलाई (CRICKETNMORE)| भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में तेज गेंदबाज मेहमान टीम को सीरीज जिताने में अहम योगदान दे सकते हैं। 29 साल के इशांत ने कहा कि विराट कोहली के नेतृत्व वाली मौजूदा भारतीय टीम में आठ-नौ तेज गेंदबाजों का एक पूल हैं, जो उन्हें पूरी तरह से एक टेस्ट टीम बनाती है। 

इशांत ने डेली टेलीग्राफ को दिए साक्षात्कार में कहा, "हर कोई यह कहता था कि भारत तेज गेंदबाज नहीं बना सकता है। अब हमारे पास संभवत: आठ से नौ अच्छे तेज गेंदबाज है, जो किसी भी समय भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल सकते हैं।" 

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बर्मिघम में एक अगस्त से शुरू होने वाले पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इशांत के अलावा जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर भारतीय टेस्ट टीम में शामिल हैं। 

भारत ने इंग्लैंड में पिछली सीरीज 2007 में राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में तीन मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी। इसके बाद से टीम इंग्लैंड में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। 

 

इशांत ने कहा, "जिस तरह की आक्रामक गेंदबाजी हमारे पास है, उससे देखकर ऐसा लगता है कि हमारे पास इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने का यह अच्छा मौका है।" 

उन्होंने कहा कि इंग्लिश परिस्थितियां तेज गेंदबाजी के बहुत ही अनुकूल है, खासकर उन गेंदबाजों के लिए जो लंबे स्पैल में गेंदबाजी कर सकते हैं। 

तेज गेंदबाज ने कहा, "इंग्लैंड में मौसम बहुत अच्छा है। आप लंबे समय तक गेंदबाजी कर सकते हैं। यहां की परिस्थितियां काफी मददगार है। विकेट अच्छी है। इंग्लैंड में और भारत में गेंदबाजी में बहुत असमानता है।" 

इशांत ने फिटनेस को लेकर कहा कि करियर के शुरुआती दिनों वह इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे लेकिन बाद में उन्हें इसका अहसास हुआ।

दिल्ली के खिलाड़ी ने कहा, "मैं उनमें से नहीं था जो ट्रेनिंग पर विश्वास करता था। मुझे ट्रेनिंग के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, इसलिए मैं ज्यादा ट्रेनिंग नहीं करता था। जब मैं घर जाता था तो कुछ नहीं करता था और आराम करता था। मुझे लगता है कि यह वह समय था जिसने मेरे जीवन को बदला और मैंने अपने क्रिकेट में सुधार किया।" 

इशांत अब 30 साल पूरे करने से एक महीने दूर हैं। उन्होंने कहा कि टेस्ट में पिछले 11 सालों से गेंबदाजी करने से वह परिपक्व हो चुके हैं। 

82 टेस्ट मैचों में 238 विकेट ले चुके इशांत ने कहा, " सच में मैं पहले अपरिपक्व था। मुझे गेंदबाजी के बारे में बहुत कुछ नहीं पता था। अब मुझे पता है, बल्लेबाज क्या कर रहा है, मौसम कैसा है, विकेट कैसी है। आपको परिस्थिति के अनुसार गेंदबाजी करने की जरुरत है।"
 

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