IPL 2021: संजू सैमसन के नेतृत्व में राजस्थान रॉयल्स बाकी टीमों से लोहा लेने के लिए तैयार, 16.25 करोड़ के क्रिस मोरिस पर होंगी सबकी नजरें
आईपीएल के पिछले दो सीजन में खराब प्रदर्शन करने वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम इस सीजन में बेहतर प्रदर्शन करना चाहेगी। राजस्थान की टीम 2019 में सातवें और 2020 के सीजन में आठवें स्थान पर रही थी।
राजस्थान की कमान पिछले सत्र में स्टीवन स्मिथ ने संभाली थी लेकिन इस सीजन के लिए टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया था। स्मिथ बल्ले से भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे। राजस्थान की टीम में बेन स्टोक्स, जोस बटलर और जोफ्रा आर्चर जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
राजस्थान ने इस सीजन के लिए क्रिस मोरिस को टीम में शामिल किया है, जिसके लिए उन्होंने अपनी जेब काफी ढीली की थी। मोरिस को रॉयल चैलेंजर बेंगलोर ने रिलीज किया था और राजस्थान ने इस साल उसे 16.25 करोड़ रूपये में टीम में शामिल किया।
स्टोक्स और बटलर के होने के साथ ही मोरिस के टीम में आने से राजस्थान को बल्लेबाजी क्रम में फायदा पहुंच सकता है। राजस्थान ने इंग्लैंड के लियाम लिविंग्स्टोन को भी टीम में लिया है, जिन्होंने हाल ही में भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में बल्ले से उम्दा प्रदर्शन किया था। बल्लेबाजों के अलावा राजस्थान ने इस साल तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान को भी शामिल किया है।
राजस्थान के लिए परेशानी की बात यह है कि स्टोक्स, बटलर, मोरिस और आर्चर के होने से अन्य विदेशी खिलाड़ी को टीम में किस तरह लिया जाएगा। आईपीएल के नियम के अनुसार एक टीम में महज चार ही विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं।
राजस्थान के क्रिकेट ऑपरेशन निदेशक कुमार संगकारा और नए कप्तान संजू सैमसन के लिए टीम समीकरण पर ध्यान देना अधिक महत्वपूर्ण होगा। राजस्थान ने टीम में शिवम दुबे को भी शामिल किया है लेकिन संगकारा ने स्पष्ट किया था कि टीम में शिवम की भूमिका बल्लेबाज के तौर पर ही होगी।
पिछले सीजन में राजस्थान के संघर्ष का कारण स्टोक्स और बटलर का सही इस्तेमाल नहीं कर पाना भी रहा था। मोरिस, डेविड मिलर और दुबे के होने से राजस्थान स्टोक्स और बटलर को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए भेजा सकता है जिससे बड़ा स्कोर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
राजस्थान की टीम ने अबतक सिर्फ एक बार शेन वार्न की कप्तानी में आईपीएल का खिताब जीता है। इसके बाद यह फ्रेंचाइजी खिताबी जीत के सूखे को खत्म नहीं कर सकी है।
राजस्थान की टीम इस प्रकार है :
संजू सैमसन, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जोस बटलर, रियान पराग, श्रेयस गोपाल, राहुल तेवटिया, महिपाल लोमरोर, कार्तिक त्यागी, एंड्रयू टाई, जयदेव उनादकट, मयंक मारकंडे. यशस्वी जायस्वाल, अनुज रावत, डेविड मिलर, मनन वोहरा, रॉबिन उथप्पा, शिवम दुबे, क्रिस मोरिस, मुस्ताफिजुर रहमान, चेतन सकारिया, केसी करियप्पा, लियाम लिविंग्स्टोन, कुलदीप यादव और आकाश सिंह।
सहायक स्टाफ : कुमार संगकारा (क्रिकेट ऑपरेशन निदेशक), अमोल मजूमदार (बल्लेबाजी कोच), साईराज बाहुतुले (गेंदबाजी कोच), दिशांत यागनिक (फील्डिंग कोच), ट्रेवर पेने (सहायक कोच), जॉन ग्लोस्टर (फिजियो), ईश सोढ़ी (स्पिन गेंदबाजी सलाहकार), अनुजा दाल्वी (सहायक फिजियो) और पनीश शेट्टी (विश्लेषक)।