इंसान के बच्चे बन जाएं तो बेहतर हैं, ये क्या बोल गए शाहिद अफरीदी
श्रीलंका के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में पाकिस्तान को 246 रनों की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा जिसके चलते दो टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर पर खत्म हो गई। दूसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान की बल्लेबाजी बुरी तरह से धराशायी हो गई और दिग्गजों ने टीम को फटकार लगाने में बिल्कुल भी देर नहीं लगाई। इस टेस्ट सीरीज में विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान भी बड़ी पारी खेलने में असफल रहे जिसके बाद उनकी भी आलोचना हो रही है।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का मानना है कि कम स्कोर के बाद रिजवान पर कुछ दबाव बनाए रखने की जरूरत है। अफरीदी ने समा टीवी से बातचीत के दौरान कहा, "आपको दबाव बनाए रखना होगा। बेंच जितनी मजबूत होगी, खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को लेकर उतना ही सावधान रहेगा। रिजवान प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, और मेरा मानना है कि इस तरह के दौरों पर सरफराज को मौका दिया जाना चाहिए था।”
हालांकि, रिजवान के बाद जब टीवी डिबेट के एंकर ने पाकिस्तानी टीम सेलेक्शन में शहरों का नाम लेकर पक्षपात पर सवाल उठाया तो अफरीदी कुछ ऐसा बोल गए जो शायद उन्हें नहीं बोलना चाहिए था। अफरीदी ने इस बयान के दौरान ये भी माना कि पाकिस्तान में हर चीज़ में राजनीति घुस चुकी है।
अफरीदी ने कहा, “शहरों को लेकर पक्षपात लंबे समय से चल रहा है। कोई कहेगा, 'ये आदमी कराची का है, या ये आदमी लाहौर का है' मुझे नहीं लगता कि ये चीजें होनी चाहिए। इंसान के बच्चे बन जाएं तो बेहतर है।" अफरीदी के इस बयान के बाद वो एक बार फिर से सुर्खियों में आ चुके हैं और कई फैंस तो उनके इस बयान के लिए उनकी काफी आलोचना भी शुरू कर चुके हैं।