'बॉलिंग देना या ना देना कैप्टन का कॉल है', शार्दुल ठाकुर ने बॉलिंग ना मिलने पर तोड़ी चुप्पी
इंग्लैंड दौरे पर अभी तक शार्दुल ठाकुर को खेलने के जितने भी मौके मिले हैं, उनमें कप्तान शुभमन गिल ने उनसे लगभग ना के बराबर गेंदबाजी करवाई है जिससे हर कोई हैरान है। अब ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने खुद कप्तान शुभमन गिल द्वारा उन्हें दिए गए सीमित गेंदबाज़ी के मौकों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
तीसरे दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, ठाकुर ने कहा कि गेंदबाज़ी देने का फ़ैसला कप्तान का होता है। शार्दुल ने मैनचेस्टर टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ़ पांच ओवर में 35 रन दिए और कोई भी विकेट नहीं लिया। कप्तान द्वारा कम गेंदबाजी दिए जाने पर उन्होंने कहा, "गेंदबाज़ी देना कप्तान का फ़ैसला है। मेरे हाथ में नहीं। कप्तान तय करता है कि कब गेंदबाज़ी देनी है। मैं आज दो ओवर और डाल सकता था, लेकिन ये कप्तान का फ़ैसला है। लय हासिल करना मुश्किल है, लेकिन मैं अपने अनुभव का इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं।"
शार्दुल, जिन्हें पिछले दो टेस्ट मैचों के लिए प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया था, ने नीतीश कुमार रेड्डी के चोटिल होने के बाद मौजूदा मैच में वापसी की। इस तेज़ गेंदबाज़ ऑलराउंडर ने बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन किया और 41 रनों की अहम पारी खेली। हालांकि, गेंदबाजी के मामले में उन्हें अभी तक अपने कप्तान का पूरा भरोसा नहीं मिला है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि तीसरे दिन शुभमन उन पर भरोसा दिखाते हैं या नहीं।
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इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस में शार्दुल ठाकुर ने ऋषभ पंत की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारी हमेशा से यही योजना थी कि पंत को मध्यक्रम में दोबारा बल्लेबाजी के लिए लाया जाए। मेडिकल टीम ने काफी प्रयास किए। इसलिए हां, उनकी तारीफ़ है। वो ऋषभ को मैदान पर वापस ला सकते थे। वो कुछ देर और बल्लेबाजी कर सकते थे और उन्होंने जो भी किया, वो निश्चित रूप से टीम के लिए महत्वपूर्ण रन थेऔर हां, वो बहुत दर्द में थे। हमने उन्हें कई अद्भुत चीजें करते देखा है। ये आज टीम के लिए उनका एक और अद्भुत काम था।"