कानपुर टेस्ट पर बारिश का खतरा, पिच को लेकर बढ़ सकता है सस्पेंस
टेस्ट को प्रभावित करने वाले प्राथमिक कारकों में से एक पिच और दूसरा मौसम होगा और इन्हें लेकर सस्पेंस काफी बढ़ चुका है।
कानपुर की पिच एक स्टेबल बैलेंस के लिए मशहूर हैं। यहां पहले दिन तेज गेंदबाजों को मूवमेंट और बाउंस के साथ कुछ सहायता मिलती है, जबकि मैच आगे बढ़ने के साथ सतह से बल्लेबाजों को भी मदद मिलती है। स्पिनर भी यहां महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, खासकर चौथे और पांचवें दिन। इसलिए दोनों टीमों के लिए अपनी रणनीति और संयोजन को सही बनाना महत्वपूर्ण हो जाता है।
हालांकि, मौसम की वजह से योजनाओं में खलल पड़ सकता है। मैच के पहले तीन दिनों तक बारिश का अनुमान है, जिसका असर न केवल पिच पर बल्कि टीम के चयन और टॉस के फैसले पर भी पड़ सकता है।
गीली परिस्थितियों का मतलब है कि शुरुआत में स्पिनरों को कम मदद मिलेगी और तेज गेंदबाजों को ज्यादा, ऐसे में पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी का फैसला करना और प्लेइंग-11 तय करना भी चुनौतीपूर्ण है।
पहले टेस्ट में अपने स्टार खिलाड़ियों के उतार-चढ़ाव भरे प्रदर्शन के बावजूद भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अपनी छाप छोड़ी।
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने चार पारियों में मिलकर सिर्फ 34 रन बनाए, लेकिन टीम ने रविचंद्रन अश्विन, शुभमन गिल और ऋषभ पंत के शतकों की बदौलत मजबूत स्कोर बनाया।
गेंदबाजी विभाग में, भारत के तेज गेंदबाजों ने बांग्लादेश की पहली पारी में आठ विकेट लिए, जबकि स्पिनरों ने दूसरी पारी में नौ विकेट लिए। चेन्नई में एक बड़ी जीत हासिल करने के लिए यह प्रदर्शन काफी था।
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने चार पारियों में मिलकर सिर्फ 34 रन बनाए, लेकिन टीम ने रविचंद्रन अश्विन, शुभमन गिल और ऋषभ पंत के शतकों की बदौलत मजबूत स्कोर बनाया।
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Article Source: IANS