सौरव गांगुली के समर्थन में आए दिग्गज अंपायर साइमन टॉफेल,डे-नाइट टेस्ट को बताया भविष्य
कोलकाता, 2 नवंबर | पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अंपायर साइमन टॉफेल ने भारत के डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के कदम का स्वागत किया है। टॉफेल ने कहा है कि खेल में उच्चस्तर का प्रदर्शन तभी आता है, जब इसके विकास के लिए जोखिम लिए जाते हैं और उन्हें जारी रखा जाता है।
टॉफेल ने आईएएनएस के साथ खास बातचीत में कहा, "आज के दौर में अच्छे प्रदर्शन के लिए जरूरी है कि आप सीमाओं को बढ़ाएं। यह वहां जाने की बात है, जहां हम कभी गए नहीं। हम इसे शोध के आधार पर लेते हैं और देखते हैं कि ग्राहक क्या चाहते हैं।"
आईसीसी द्वारा पांच बार सर्वश्रेष्ठ अंपायर चुने गए टॉफेल इस समय इस शहर में अपनी किताब 'फाइनडिंग द गैप' के लांच के लिए आए हुए हैं।
टॉफेल ने कहा, "हम जानते हैं कि अगर हम टेस्ट क्रिकेट के लिए कुछ करेंगे नहीं तो यह खतरे में हैं। यह कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है। हम टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए काफी कुछ कर रहे हैं। इसके लिए हमें गुलाबी गेंद को आजमाने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "कई बार आपको चीजें इसलिए आजमानी पड़ती हैं कि आप पता लगा सकें कि यह काम करेंगी या नहीं। गुलाबी गेंद की क्रिकेट को हम विकल्प में से हटा दें, उससे पहले यह जरूरी है कि हम इसे पूरी तरह से आजमाएं।"
टॉफेल पहले डे-नाइटटेस्ट मैच में अंपायर थे, जो 2015 में एडिलेड में आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था।
भारत अपना पहला डे-नाइटका टेस्ट मैच बांग्लादेश के साथ 22 से 26 नवंबर के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेलेगा। बीसीसीआई के नए अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने इस बात का फैसला किया है।
इसी मैदान पर भारत ने 2018 में डे-नाइटटेस्ट मैच के प्रस्ताव को मना कर दिया था, लेकिन गांगुली के आते ही बोर्ड के रुख में बदलाव आया है।