10 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करना चाहता है धाकड़ गेंदबाज,10 मैच में लिए हैं 67 विकेट
नई दिल्ली, 22 अप्रैल| तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करना है। उनादकट ने दिसंबर 2010 में 19 साल की उम्र में भारत के लिए अपना अभी तक का इकलौता टेस्ट मैच खेला था।
वह हालांकि भारत के लिए सात वनडे और 10 टी-20 मैच खेल चुके हैं।
उनादकट ने अपनी आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के साथी ईश सोढ़ी के साथ फ्रेंचाइजी के फेसबुक पेज पर बात करते हुए कहा, "मैं लाल गेंद से गेंदबाजी करना पसंद करता हूं। मुझे एक टेस्ट मैच खेलने के बाद दूसरा मैच खेलने का मौका नहीं मिला इसलिए यह बात मेरे दिमाग में चलती रहती है। इस समय हालांकि भारतीय टीम में प्रतिद्वंद्विता काफी कड़ी है। मैं कह सकता हूं कि अभी तक सबसे मजबूत।"
भारतीय टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण इस समय शानदार है। ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार के हाथों में इसकी बागडोर है और इनमें से किसी को भी मौका मिलता है तो सभी अच्छा करते हैं।
बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने साथ ही कहा कि वह खेल के अन्य प्रारूपों में भी बेहतर होना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "हाल के दिनों में छोटे प्रारूप मेरी ताकत रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी एक प्रारूप का विशेषज्ञ नहीं बनना चाहता हूं बल्कि में विविधता वाला गेंदबाज बनना चाहता हूं क्योंकि मैं सभी प्रारूप में जगह बनाना चाहता हूं।"
बता दें कि उनादकट ने में रणजी ट्रॉफी 2019-20 में खेले गए 10 मैचों में सबसे ज्यादा 67 विकेट हासिल किए है। जिसके चलते उनकी टीम सौराष्ट्र पहली बार खिताब जीतने में कामयाब रही।