'पापा थे कारपेंटर, काम छोड़कर किया बेटी का सपना पूरा', जाने ऑलराउंडर अमनजोत कौर की पूरी कहानी
Amanjot Kaur: भारत, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम के बीच सात मैचों की टी20 ट्राई सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज का पहला मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच गुरुवार (19 जनवरी) को खेला गया था जिसे ब्लू आर्मी ने 27 रनों से जीतकर अपने नाम किया। मैच के दौरान एक युवा नाम दुनिया के सामने आया जिसने इंडियन टीम को मैच भी जिताया। जी हां, हम बात कर रहे हैं 23 वर्षीय ऑलराउंडर खिलाड़ी अमनजोत कौर की।
डेब्यू टी20 में जीता प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड: अमनजोत उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक बन चुकी हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में सभी को आकर्षित किया। दरअसल, इस मैच में उन्होंने भारतीय टीम को जीत दिलवाने में अहम भूमिका निभाई। अमनजोत एक फास्ट बॉलर ऑलराउंडर हैं जो कि बल्लेबाज़ी भी कर सकती है। यह उन्होंने साबित किया। भारत साउथ अफ्रीका मैच के दौरान इंडियन टीम संकट में थी और पांच विकेट महज 69 रनों तक गिर चुके थे।
यहां अमनजोत ने दीप्ति संग मिलकर पारी को संभाला और छठे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी करके सुर्खियां लूटी। मैच में उन्होंने 30 गेंदों पर कुल 41 रन बनाए जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। वह गेंदबाज़ी भी कर सकती है, लेकिन मैच में उन्हें बॉलिंग के ज्यादा मौके नहीं मिले।
पापा थे कारपेंटर, बेटी के लिए छोड़ दिया था काम: अमनजोत का ब्लू जर्सी तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। दरअसल, जहां एक तरफ बचपन में ही नन्ही अमनजोत ने क्रिकेटर बनने के सपने सजा लिये थे, वहीं उनके पिता का काम बेटी के सपनो के बीच आ रहा था। अमनजोत के पिता वुड कॉन्ट्रैक्ट और कारपेंटर थे, लेकिन उनका काम और अमनजोत का क्रिकेट एक साथ नहीं हो पा रहा था। ऐसे में पिता ने अपनी बेटी के लिए बलिदान दिया और आधा काम छोड़कर रोज बेटी को अकैडमी लाने ले जाने का फैसला किया।
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पंजाब की कप्तानी चुकी हैं कर: युवा ऑलराउंडर अमनजोत कप्तानी के गुण रखती है। इस युवा स्टार का जन्म 1 जनवरी 2022 को मोहाली में हुआ था। तीन सीजन चंडीगढ़ के लिए खेलने वाली अमनजोत डोमेस्टिक क्रिेकेट में पंजाब का नेृतत्व करती हैं। इतना ही नहीं इसके अलावा उन्होंने इंडिया ए वुमेन टीम के लिए भी शानदार प्रदर्शन किया है, जिसके बाद उन्हें इंडियन वुमेन टीम के ड्रेसिंग रूम में पहुंचने का मौका मिला।