भारतीय क्रिकेट टीम को एशिया कप 2025 का विजेता बनाने में बाएं हाथ के 23 साल के बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी। तिलक ने फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 53 गेंद पर 69 रन की नाबाद पारी खेल भारतीय टीम को चैंपियन बनाया था। भारतीय टीम को तिलक वर्मा नहीं मिलते, अगर उन्होंने अपने पिता की बात मानी होती।
तिलक वर्मा का जन्म 8 नवंबर 2002 को हैदराबाद में एक साधारण परिवार में हुआ था। आर्थिक परेशानी के बावजूद तिलक के पिता चाहते थे कि वे पढ़ लिखकर डॉक्टर बनें और लोगों की सेवा करें। लेकिन, तिलक की अपनी जिंदगी के लिए सोच कुछ अलग थी। वह ऐसा आदमी बनना चाहते थे कि जिन्हें दुनियाभर में जाना जाए। इसी वजह से उन्होंने डॉक्टर की जगह क्रिकेटर बनना चुना। तिलक की प्रतिभा को कोच सलाम बयाश ने पहचाना और उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए मुफ्त में कोचिंग दी।
तिलक बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज हैं। उनकी बल्लेबाजी क्षमता को सबसे पहले मुंबई इंडियंस ने पहचाना। 2022 में उन्होंने एमआई के लिए डेब्यू किया और उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार दो सीजन में जोरदार प्रदर्शन करने वाले तिलक को 2023 में वनडे और टी20 में डेब्यू का मौका मिला और उसके बाद से वे लगातार टीम में बने हुए हैं।