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जेम्स एंडरसन का टीम में ना होना और विदेशी धरती पर तेज गेंदबाजों का असफल होना, बनी जो रूट का सिरदर्द
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जेम्स एंडरसन का टीम में ना होना और विदेशी धरती पर तेज गेंदबाजों का असफल होना, बना जो रूट का सिरदर्द !

By Vishal Bhagat December 05, 2019 • 19:33 PM View: 713

नई दिल्ली, 5 दिसम्बर| इंग्लैंड को हाल ही में न्यूजीलैंड में खेली गई टेस्ट सीरीज में मात खानी पड़ी है। उसकी इस हार के एक अहम कारण उसके तेज गेंदबाजों का खराब प्रदर्शन रहा। अपने सबसे सफल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की गैरमौजूदगी में इंग्लिश टीम की आक्रमण पंक्ति न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के सामने संघर्ष ही करती दिखी।

इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों का जो प्रदर्शन रहा, उसको अगर देखा जाए तो उसके इतिहास में सबसे खराब है। उनके विकेट लेने के स्ट्राइक रेट की बात की जाए तो यह 115.7 गेंद प्रति विकेट रहा। इससे खराब इंग्लैंड के किसी और टीम का स्ट्राइक रेट नहीं रहा है।

ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि न्यूजीलैंड की पिचों पर तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिलती, बावजूद इसके उसका बेहतरीन आक्रमण कारगार साबित नहीं हो सका।

घर से बाहर अगर इंग्लैंड के प्रदर्शन की समीक्षा की जाए तो दो बातें साफ निकल कर सामने आती हैं। पहला, एंडरसन के अलावा इंग्लैंड के पास ऐसा कोई तेज गेंदबाज नहीं है जो आगे रह सके। दूसरा इंग्लैंड से बाहर भी जहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है वहां उसके गेंदबाज उन परस्थितियों का ज्यादा फायदा नहीं उठा पाते।


न्यूजीलैंड में एंडरसन के न रहते हुए टीम के आक्रमण को संभालने की जिम्मेदारी स्टुअर्ट ब्रॉड पर थी, लेकिन ब्रॉड का अनुभव भी बस्ते में ही रहा। न्यूजीलैंड में खेले गए दो टेस्ट मैचों में ब्रॉड ने 70 ओवर फेंके और 165 रन देकर सिर्फ चार विकेट निकाल पाए। इस दौरान ब्रॉड का औसत 41.25 और स्ट्राइक रेट 105.0 रहा।

एशेज सीरीज में एंडरसन के चोटिल होने के बाद टेस्ट पदार्पण करने वाले युवा जोफ्रा आर्चर का जोश भी ठंडा ही रहा। स्टीवन स्मिथ को अपनी बाउंसरों से परेशान करने वाले आर्चर दो मैचों में सिर्फ दो विकेट ही ले पाए। सीरीज में उनका औसत 104.50 और स्ट्राइक रेट 246 रहा। इंग्लैंड के लिए इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सैम कुरैन ने लिए। सैम ने दो मैचों में छह विकेट लिए। सैम का औसत 39.66 और स्ट्राइक रेट 74.1 रहा।

वोक्स ने एक मैच खेला और उसी में वो चार विकेट लेने में सफल रहे। उनका औसत 23.75 और स्ट्राइक रेट 63.00 रहा।

एक बार फिर इंग्लैंड के तेज गेंदबाज घर से बाहर विफल ही रहे। ऐसा पहली बार नहीं है कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने घर से बाहर निराश किया हो, वो भी उन परस्थितियों में जहां दूसरी टीम के तेज गेंदबाज सफल होने में कामयाब रहे हों।

इंग्लैंड को अगला दौरा दक्षिण अफ्रीका का करना है। अगर यहां इंग्लैंड के पिछले दौरे की बात की जाए तो एंडरसन को छोड़कर इंग्लैंड का कोई और तेज गेंदबाज शीर्ष-5 में शामिल नहीं रहा। हां स्पिनर मोइन अली ने जरूर पिछले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर फिरकी का जलवा दिखाया था और चार टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा 25 विकेट लिए थे। उनके बाद एंडरसन थे जिन्होंने 20 विकेट लिए थे।

अगर एंडरसन को हटा दिया जाए तो इंग्लैंड के बाकी के गेंदबाज विदेशी जमीन पर संघर्ष ही करते दिखे हैं। ब्रॉड ने पिछले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर चार टेस्ट मैचों में 11 विकेट झटके थे और इस दौरान उनका औसत 32.00 और स्ट्राइक रेट 66.00 रहा था। ब्रॉड के बाद रोलेंड जोंस थे जिन्होंने दो मैचों में 10 विकेट लिए थे।

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