चेन्नई ने बेंच पर बिठाया, तो तेज़ खेलना सीख गए चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके डेब्यू करने के बाद से ही एक टेस्ट विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। हालांकि, हाल ही में पुजारा ने अपनी बल्लेबाजी का एक अलग ही पक्ष दिखाया है। पुजारा ने ससेक्स की कप्तानी करते हुए इंग्लैंड में रॉयल लंदन वनडे कप में धमाकेदार बैटिंग की। पुजारा ने 89.14 की औसत और 111.62 के अच्छे स्ट्राइक रेट से 624 रन बनाए।
इस दौरान भारतीय बल्लेबाज ने तीन शतक और दो अर्धशतक भी लगाए। पुजारा के सभी शतक 130 से अधिक के स्ट्राइक रेट से आए। पुजारा की ये बैटिंग देखकर भारतीय फैंस के होश उड़ना तय था क्योंकि किसी ने भी नहीं सोचा था कि पुजारा ऐसी बैटिंग भी कर सकते हैं लेकिन अब पुजारा ने ये करके दिखाया है तो आगामी आईपीएल में हो सकता है कि कोई फ्रेंचाइजी उनमें दिलचस्पी दिखाए।
पुजारा को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के लिए चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) द्वारा खरीदा गया था, लेकिन उन्हें कभी भी खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन अब पुजारा ने खुद ये खुलासा किया है कि यही वो सीज़न था जहां से उनके खेल में बदलाव आया। अपने दृष्टिकोण में बदलाव के बारे में बात करते हुए, पुजारा ने बताया कि कैसे आईपीएल के उस सीज़न में बेंच पर बैठने के बाद भी उनका खेल बदल गया।
पुजारा ने द क्रिकेट पॉडकास्ट पर बोलते हुए कहा, “ये निश्चित रूप से मेरे खेल का एक अलग पक्ष है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि पिचें सपाट थीं, वो अच्छी थीं लेकिन उन पिचों पर भी, आपको उच्च स्ट्राइक रेट से स्कोर करने का इरादा होना चाहिए। ये कुछ ऐसा है जिस पर मैंने हमेशा काम किया है। मैं एक साल पहले सीएसके का हिस्सा था और मैंने कोई मैच नहीं खेला लेकिन मैंने लोगों की तैयारी के तरीकों को देखा और मैंने खुद से कहा कि अगर मुझे एक छोटा प्रारूप खेलना है, तो मुझे थोड़ा और निडर होने की जरूरत है।"
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आगे बोलते हुए पुजारा ने कहा, “मैंने हमेशा अपने विकेट की कीमत लगाई है लेकिन छोटे प्रारूपों में, आप अभी भी अपने शॉट्स खेलना चाहते हैं। आप कोशिश करते हैं कि अपने खेल में थोड़ा और शॉट जोड़ें। ये कुछ ऐसा है जिस पर मैंने लंदन कप शुरू होने से पहले काम किया था।"