'क्रिकेट के भगवान' सचिन तेंदुलकर का 47वां बर्थडे आज,लेकिन कोरोना वायरस के कारण लिया यह बड़ा फैसला
नई दिल्ली, 24 अप्रैल| पूरे क्रिकेट जगत की यादों में 24 अप्रैल की तारीख अच्छे से रची-बसी हुई है क्योंकि इस दिन सचिन तेंदुलकर का जन्म दिन है। सचिन ने हालांकि साफ कर दिया है कि वह इस बार अपने जन्म दिन पर कोई बड़ा जश्न नहीं मनाएंगे क्योंकि यह समय है कोरोनावायरस से लड़ाई लड़ने का और जरूरतमंद लोगों की मदद करने का।
अपने 47वें जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर सचिन ने आईएएनएस से बात करते हुए अपने प्रशंसकों को मौजूदा कठिन स्थिति को देखते हुए संदेश दिया कि वह इस समय अपने परिवार के साथ कैसे समय बिता रहे हैं और सबसे अहम कि वो आईपीएल तथा इसी साल आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप को लेकर क्या सोचते हैं।
सचिन चाहते हैं कि इस समय हर इंसान अपने घर में रहे और इस महामारी से लड़ने के लिए सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइंस का पालन करे।
सचिन ने अपने प्रशंसकों को संदेश देते हुए कहा है, "मेरे प्रशंसकों के लिए मेरा संदेश है कि उन्होंने इतने सालों तक मुझे शुभकामनाएं दीं और मेरा उन्हें शुभकामनाएं देने का तरीका यह है कि मैं उन्हें संदेश दूं कि आप घर में रहें और सुरक्षित रहें। मैं जब भी बल्लेबाजी करने उतरा तो वो चाहते थे कि मैंे रन बनाऊं औ्रर नाबाद रहूं। मैं चाहता हूं कि लोग सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें और बाहर नहीं जाएं। जैसा वो चाहते थे कि मैं क्रीज में रहूं, वैसे ही मैं चाहता हूं कि वो क्रीज में रहें।"
सचिन चुपचाप से वंचितों की मदद करते आए हैं।
उन्होंने कहा, "मैं जो करता हूं, उसके बारे में बात करना मुझे पसंद नहीं है। मैं अपना काम करना जारी रखूंगा। मेरे पहले के एंजेडा में भी रहा है कि मैं कैसे वंचित लोगों की मदद कर सकता हूं। हमने कुछ चीजें तय की हैं और जो जारी रहेंगी। विचार सिर्फ जरूरतमंदों की मदद करना है। यह सिर्फ इस समय कोरोनावायरस के समय की बात नहीं है। हम इसे तब तक करना चाहते हैं जब तक मैं जिंदा हूं।"
कोरोनावायरस के कारण आईपीएल का 13वां सीजन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। साथ ही इसी साल अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप पर भी काले बादल मंडरा रहे हैं। इसे लेकर कई लोगों ने अपना सुझाव रखा है। सुनील गावस्कर ने तो यह सुझाव दिया है कि भारत को इस साल टी-20 विश्व कप की मेजबानी करनी चाहिए और 2021 में जो टी-20 विश्व कप भारत में होना है, उसकी मेजबानी आस्ट्रेलिया करे। सचिन ने कहा कि उनके लिए जरूरी है कि क्रिकेट जीते।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि कितने दिन बचे हैं और यह कब होना है। जब तक क्रिकेट है, मैं खुश हूं। मुझे भरोसा है कि आईसीसी इस पर ध्यान देगी और बीसीसीआई तथा आस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड भी ध्यान देंगे और देखेंगे कि आगे जाने का क्या रास्ता है और फिर विश्व क्रिकेट को लेकर, भारतीय क्रिकेट तथा आस्ट्रेलियाई क्रिकेट को लेकर फैसला लेंगे। मुझे लगता है कि उन्हें कैलेंडर में सिर्फ सही समय को पहचानने की जरूरत है और अगर यह उस समय सीमा में फिट बैठते हैं, तो क्यों नहीं।"
सचिन ने अपनी अभी तक की आधी से ज्यादा जिंदगी मैदान पर बिताई है और अब वह इस समय घर में कैद हैं। सचिन ने कहा कि वह घर में रहकर परेशान नहीं हैं बल्कि इस समय का भरपूर उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "परेशान नहीं हूं। मैं घर में हर किसी के साथ का लुत्फ उठा रहा हूं। हम दोस्त एक दूसरे के संपर्क में हैं, बस हम मिल नहीं सकते और साथ बैठकर बात नहीं कर सकते। हम फोन पर बात करते हैं। घर पर मैं बच्चों अपनी पत्नी और मां के साथ समय बिता रहा हूं।"
उन्होंने कहा, "अर्जुन और सारा 20 तथा 22 साल के हैं और उनकी अपनी जिंदगी है। मैं सफर करता हूं तो मां से मिलना मुश्किल होता है तो उनके लिए भी अच्छा है।"