सौरव गांगुली ने कही दिल की बात,बोले एक दिन भारतीय टीम का कोच बनना चाहता हूं
कोलकाता, 3 अगस्त | भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने शुक्रवार को कहा है कि वह एक दिन राष्ट्रीय टीम का कोच बनाना चाहते हैं। यहां सेंको गोल्ड एंड डायमंड्स के एक कार्यक्रम से इतर गांगुली ने कहा, "निश्चित तौर पर मेरी इसमें रूचि है लेकिन इस समय नहीं। एक और फेज निकल जाने दीजिए उसके बाद मैं इस पर आगे बढ़ूंगा।"
गांगुली इस समय बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष हैं और साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ भी जुड़े हुए हैं। वह लगातार कॉमेंट्री भी कर रहे हैं।
गांगुली ने कहा, "अभी, मैं काफी चीजों से जुड़ा हुआ हूं। आईपीएल, सीएबी, टीवी कॉमेंट्री। पहले मुझे इनसे निपटने दीजिए, लेकिन एक समय मैं जरूर इस बारे में सोचूंगा, लेकिन मेरी इसमें रुचि है, अभी नहीं भविष्य में जरूर।"
कपिल देव की अध्यक्षता वाली नई क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) को नया कोच चुनने की जिम्मेदारी दी गई है। गांगुली से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके लिए बहुत बड़े नाम रेस में नहीं हैं।
पूर्व कप्तान ने कहा, "अगर अपील करने वालों को देखें, तो मुझे कोई बड़ा नाम नहीं दिखता है। मैंने सुना है कि महेला जयावर्धने ने आवेदन दिया है। मुझे नहीं पता कि पैनल क्या फैसला लेगा।"
गांगुली ने हालांकि शास्त्री के कोच के तौर पर कार्यकाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा, "मैं इस पर अपने विचार अपने पास ही रखूंगा। मुझे नहीं लगता कि मेरा इस पर टिप्पणी करना सही है। मैं कोच चुनने के सिस्टम से काफी दूर हूं।"
टीम के आगामी विंडीज दौरे पर गांगुली ने कहा, "वेस्टइंडीज अपने घर में काफी मजबूत होगी। टी-20 में उनकी बादशाहत है। वह टी-20 को पसंद करते हैं और खेल के सबसे छोटे प्रारूप में मौजूदा विश्व विजेता भी हैं।"
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "टेस्ट मैच हमेशा से मुश्किल होते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ हालांकि उन्होंने अच्छा खेला था। यह वेस्टइंडीज का दौरा उतना आसान नहीं होगा जितना पांच साल पहले था। भारत को चुनौती मिलेगी, टीम में काफी युवा खिलाड़ी हैं।"
गांगुली ने साथ ही आस्ट्रेलिया के लिए वापसी कर रहे स्टीवन स्मिथ की भी तारीफ की है जिन्होंन एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड के खिलाफ 144 रनों की दमदार पारी खेल अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
गांगुली ने कहा, "एक साल तक दूर रहना और फिर विश्व कप में खेलना. उनका विश्व कप में प्रदर्शन अच्छा रहा था और फिर एशेज की शुरुआत शतक के साथ करना, खासकर तब जब टीम खराब हालत में हो, यह बेहतरीन है।"