पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने महज 28 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को कहा 'अलविदा'
पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने कहा है कि वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को छोड़ दिया है क्योंकि वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मौजूदा प्रबंधन की देखरेख में नहीं खेल सकते।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में आमिर कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, "मुझे मानसिक तौर पर प्रताडित किया गया। मुझे नहीं लगता कि मैं मौजूदा प्रबंधन के रहते खेल सकता हूं। मैं अभी के लिए क्रिकेट छोड़ रहा हूं। मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया है। इसे झेल नहीं सकता।"
उन्होंने कहा, "मैंने बार-बार यह कहते हुए सुना है कि पीसीबी ने मुझ में काफी निवेश किया है लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। मैं शाहिद अफरीदी का शुक्रगुजार हूं कि जब मैं बैन से लौटकर आया तो उन्होंने मुझे मौका दिया साथ ही नजम सेठी (पीसीबी के पूर्व चेयरमैन) का भी।"
इस समय लंका प्रीमियर लीग में हिस्सा ले रहे 28 साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि वह कुछ दिनों में पाकिस्तान पहुंच कर बाकी की जानकारी साझा करेंगे।
उन्होंने कहा, "हर कोई अपने देश के लिए खेलना चाहता है। पीसीबी लगातार यह कहती है कि मैंने बाकी लीगों के लिए टेस्ट क्रिकेट छोड़ दी। सच्चाई यह है कि मैंने बीपीएल से वापसी की थी। अगर मैं लीग में खेलने को मरता तो मैं यह कह सकता था कि मैं पाकिस्तान के लिए नहीं खेलना चाहता। हर महीने कोई न कोई कहता है कि आमिर ने हमें धोखा दिया। दो दिन में मैं पाकिस्तान पहुंच रहा हूं और फिर मैं एक बयान जारी करूंगा।"
2009 में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच से चर्चा में आए आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी-20 मैच खेले हैं। सभी प्रारूप में उन्होंने कुल 259 विकेट हासिल किए हैं।
वह उस पाकिस्तान टीम का हिस्सा थे जिसने 2009 में टी-20 विश्व कप जीता था और 2017 में भारत को हराकर चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी।
इंग्लैंड में फिक्सिंग के कारण उन पर पांच साल का बैन लगाया गया था। बैन पूरा करने के बाद वह 2015 में वापस लौटे थे।