IND vs ENG: पापा नहीं चाहते थे बेटा बने क्रिकेटर, अब इंडियन टेस्ट टीम में हो गया सेलेक्शन
इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे तीन टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है और आखिरी तीन मैचों में बिहार के तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप को शामिल किया गया है।
इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे तीन टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है। एकतरफ विराट कोहली ने बाकी बचे मैचों से भी अपना नाम वापस ले लिया है तो वहीं, दूसरी ओर बिहार के तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप को टेस्ट टीम में पहली बार शामिल किया गया है। आकाश ने इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके चलते उन्हें टीम में मौका दिया गया है।
आकाश को आवेश खान की जगह टीम में मौका दिया गया है। आकाश के सेलेक्शन से उनके गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है और उनके चाहने वाले राजकोट टेस्ट में होने वाले तीसरे टेस्ट में उन्हें डेब्यू करते हुए देखना चाहते हैं लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट उनके बारे में क्या सोच रहे हैं।
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अगर आकाश दीप की कहानी के बारे में बात करें तो उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया। आकाश का जन्म साल 1996 में बिहार के रोहतास में हुआ था। मज़ेदार बात ये रही कि आकाश के पिता नहीं चाहते थे कि वो क्रिकेटर बनें लेकिन आकाश की मेहनत और संघर्ष के आगे पिता की जिद्द हार गई। आकाश ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम इंडिया के 2007 टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद ही मन बना लिया था कि उन्हें भी भारत के लिए क्रिकेट खेलना है।
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अपने करियर की शुरुआत में आकाश ने बंगाल में टेनिस बॉल क्रिकेट खेला और अपनी एक अलग पहचान बना ली। वो टेनिस बॉल से काफी तेज़ गेंदबाजी करते थे और उनकी इनस्विंग ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। आकाश के कभी हार ना मानने के ज़ज्बे ने उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) तक भी पहुंचा दिया। आकाश ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए आईपीएल में 7 मैच खेले जिसमें उनके नाम 6 विकेट हैं। आईपीएल के बाद अब आकाश भारतीय टीम में भी शामिल हो गए हैं और हो सकता है वो इस सीरीज में डेब्यू भी कर लें और अगर ऐसा होता है तो ये आकाश के करियर का टर्निंग पॉइंट भी साबित हो सकता है।