1987 Cricket World Cup: 1987 वर्ल्ड कप के मेजबान थे दो देश और आयोजन कामयाब बनाना था तो सबसे जरूरी था मेजबान देशों भारत और पाकिस्तान के बीच आपस में सहयोग। यही हुआ और इस संदर्भ में, तब के पीसीबी (PCB) सेक्रेटरी इजाज बट (Ijaz Butt) का क्रिकेट को जानना बड़े काम आया था- वे कप की आयोजन कमेटी में थे और क्रिकेट मामलों पर बीसीसीआई सीधे उनसे बात करता था। संयोग से 2023 क्रिकेट वर्ल्ड कप की चर्चा के इन दिनों में, उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
बड़ी अजीब बात ये है कि इजाज बट की बात करते हुए बोर्ड के लिए अलग-अलग पोस्ट पर किए उनके काम के जिक्र में कोई ये याद ही नहीं रखता कि वे 1959 और 1962 के बीच विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर 8 टेस्ट भी खेले- 279 रन बनाए जिनमें एक 50 था।1962 में इंग्लैंड टूर में केंट के विरुद्ध मैच में लंच से पहले 100 बना दिए थे। उन कुछ गिने-चुने क्रिकेटरों में से एक जो उन सालों में क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन में आए।
अगर ये उनकी तारीफ़ है तो एक क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर, कुल दौर देखें तो विवाद, झगड़े और मुश्किलें ज्यादा नजर आते हैं और इनके सामने 1987 वर्ल्ड कप में जो किया, किसी को याद भी न रहा। सबसे ख़राब बात ये कि वे 'दोगलेपन' के लिए बदनाम थे और जो उनके साथ हुआ- वह शायद ही किसी देश के क्रिकेट बोर्ड चीफ के साथ, किसी दूसरे देश ने किया हो। इसी किस्से की चर्चा करते हैं।