Advertisement
Advertisement
Advertisement

वर्ल्ड कप फ्लैशबैक: जब कपिल देव की खेल भावना के कारण भारत हारा था,लेकिन क्रिकेट की हुई थी जीत

9 अक्टूबर 1987 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चेन्नई के एम.ए.चिदंबरम स्टेडियम पर मुकाबला खेला गया। यह मुकाबला आज भी वर्ल्ड कप इतिहास के यादगार मुकाबले में से एक माना जाता है। मैच में भारत के कप्तान कपिल देव

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma May 29, 2019 • 11:32 AM
Kapil Dev's sporting spirit 1987 World Cup
Kapil Dev's sporting spirit 1987 World Cup (Google Search)
Advertisement

जैसे ही ऑस्ट्रेलिया की पारी खत्म हुई तो ऑस्ट्रेलिया टीम के मैनेजर एलन क्रोम्प्टोन ने अंपायर की उस फैसले पर नाराजगी जताई। अंपायर डिकी बर्ड ने ऑस्ट्रेलियाई मैनेजमेंट से बातचीत की और फिर वो भारतीय कप्तान कपिल देव के पास गए। कपिल देव ने बेहद ही सजग तरीके से खेल भावना दिखाते हुए उस चौके को छक्के में बदलने की इजाजत दे दी। ऑस्ट्रेलिया के टोटल स्कोर को 268 से 270 कर दिया गया और भारत को 271 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने एक सटीक शुरुआत की और दोनों ओपनर सुनील गावस्कर और के श्रीकांत ने पहले विकेट के लिए 69 रन जोड़े। तीसरें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे नवजोत सिंह सिंद्धू ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की जमकर खबर ली और 5 छक्के और 4 चौके मदद से 73 रन बनाए। इन सब पारियों के बावजूद भारतीय टीम लक्ष्य तक पहुँचने में असफल रही और 49.5 ओवर में 269 रनों पर ढेर होकर 1 रन से मैच हार गई। कहीं ना कहीं भारतीय टीम को कपिल देव का वो फैसला भारी पड़ा और टीम को 1 रन की करीबी हार मिली।
 

Trending




Cricket Scorecard

Advertisement