वर्ल्ड कप फ्लैशबैक - जब 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में 2 बार हुआ था टॉस
क्रिकेट के मैदान पर हमेशा कुछ ना कुछ अजीबोगरीब घटनाएं होती रहती है और ये मैच में और रोमांच पैदा करती है। 2 अप्रैल साल 2011 को वानखेड़े के मैदान पर खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में ऐसा ही कुछ
तब टॉस के वक़्त मैच रेफरी जैफ क्रो और होस्ट के रूप में रवि शास्त्री उनके साथ मैदान पर मौजूद थे। धोनी रवि शास्त्री के तरफ मुड़े और कहा कि वो पहले बल्लेबाजी करेंगे। लेकिन शास्त्री और मैच रेफरी क्रो ने कहा कि उन्होंने संगाकारा का कॉल सुना ही नहीं है इसलिए वो कोई भी फैसला नहीं ले सकते।
दूसरीं तरफ संगाकारा ने यह दावा किया कि उन्होंने 'हेड' बोला है लेकिन भारतीय कप्तान धोनी श्रीलंकाई कप्तान की बात से सहमत नहीं थे। तब वानखेड़े के 33,000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम पूरा भरा भी नहीं था लेकिन दर्शकों का शोर इतना था कि मैच रेफरी को कुछ सुनाई नहीं दिया और उन्होंने दोबारा टॉस करने की सलाह दी।
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टॉस दोबारा हुआ और श्रीलंका के कप्तान कुमार संगाकारा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। दिलचस्प बात यह थी कि बाद में जब टॉस का रिप्ले देखा गया तो पता चला कि संगाकारा ने 'हेड' ही बोला था और उनके इस कॉल को स्टार स्पोर्ट्स के ब्रॉडकास्टर्स ने सुना था।
भारतीय टीम भले ही टॉस हार गई हो लेकिन उसके बाद गेंदबाजी से लेकर बल्लेबाजी तक हर चीज भारत के पक्ष में रही और भारत ने इस मैच को 6 विकेट से अपने नाम करते हुए 28 सालों बाद वर्ल्ड कप पर कब्जा किया।
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Saurabh