इस घटना के बाद कपिल देव ने बंद कर दिया था भगवान शिव की चैन पहनना, जानें क्यों ?
15 जुलाई, (CRICKETNMORE)। भारतीय टीम को 1983 में वर्लडकप जिताने वाले कप्तान कपिल देव आज पूरी दुनिया भर में मशहूर हैं। कपिल देव जितने बेहतरीन बल्लेबाज हैं उतने ही कमाल के इंसान हैं। और अब जल्द ही कपिल देव के जीवन
15 जुलाई, (CRICKETNMORE)। भारतीय टीम को 1983 में वर्लडकप जिताने वाले कप्तान कपिल देव आज पूरी दुनिया भर में मशहूर हैं। कपिल देव जितने बेहतरीन बल्लेबाज हैं उतने ही कमाल के इंसान हैं। और अब जल्द ही कपिल देव के जीवन पर फिल्म बनाई जाएगी ।
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इससे पहले ‘वॉट द डक सीजन 2′ में विक्रम साथ्ये के साथ इंटरव्यू में कपिल देव ने कुछ बड़ी ही मजेदार बातें बताई हैं। कपिल देव ने कहा कि, मैं जब क्रिकेट खेला करता था, तब मेरे मन में एक ड़र बना रहता था। और इसी ड़र के कारण मैं एक पतली सी चैन पहनने लगे, जो कि भगवान शिव की प्रतिमा के रूप में जानी जाती हैं। लेकिन एक बार बल्लेबाजी करते समय वही चैन मेरे बल्ले से ठकरा गई, जिसके कारण से विकेटकीपर ने अपील की। लेकिन अंपायर के द्वारा उन्हें नॉट आउट दिया गया। उस समय तो मैनें चैन की सांस ली।
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कपिल जी कहते हैं, उस दिन के बाद मैंने उस चैन को ही नहीं बल्कि अपने हाथ में से कोपर का कड़ा भी हमेंशा के लिए उतार कर रख दिया। मैंने सोचा कि, इन सब चीजों से क्या होगा, अगर मेरे अंदर रन बनाने की काबिलियत होगी तो रन बनेंगे।
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उन्होनें आगे कहा, अगर हम अन्य खिलाड़ियों की बात करें तो मैनें कई ऐसे खिलाड़ियों को देखा हैं जो कि पहले अपने हाथ में पहने कड़े और चैन को संभांलते हैं और फिर बॉल फेंकते हैं।
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कपिल देव ने कहा कि, मैनें उन तैंराकियों को भी देखा हैं जो कि ज्यादा रफ्तार से तैरनें के लिए अपने शरीर से पूरे बाल हटवा देते हैं। मैं मानता हूं कि, अगर आपको खुद पर विश्वास है तो किसी चैन की कोई जरुरत नहीं हैं।