फ्ऱांस फाइनल में पहुंचने का हकदार था: सोल कैम्पबेल
थियो फर्नांडेज के पांचवें मिनट और रैंडल कोलो मुआनी के 79वें मिनट के गोलों ने गत चैंपियन फ्ऱांस को 2-0 से जीत दिलाई और टीम को 18 दिसंबर को अर्जेंटीना के खिलाफ होने वाले फाइनल में पहुंचा दिया।
फ्ऱांस के पास अब लगातार दो खिताब जीतने की इटली (1934, 1938) और ब्राजील (1958,1962) की उपलब्धि को दोहराने और ऐसा करने वाला तीसरा देश बनने का मौका है।
कैम्पबेल ने स्पोर्ट्स 18 पर वीसा मैच सेंटर में कहा,फ्ऱांस को सलाम, लगातार दो फाइनल। बहुत कम टीमें ऐसा कर पायी हैं। शानदार प्रदर्शन। उनमें अतिरिक्त क्षमता है। वे सही समय पर सही पोजीशन में मौजूद थे। वे मोरक्को के मुकाबले ज्यादा बेहतर नजर आ रहे थे और फाइनल में पहुंचने के हकदार थे।
ब्राजील के साथ 2002 में विश्व कप जीतने वाले गिल्बटरे सिल्वा ने कहा, एक गोल से पिछड़ने के बाद मोरक्को ने बराबरी करनी चाही लेकिन काम नहीं बना। फ्ऱांस के खिलाड़ी अपने स्तर को देखते हुए डिफेंस में काफी मजबूत थे और उन्होंने ज्यादा मौके नहीं दिए।
मोरक्को का विश्व कप में स्वप्निल अभियान रहा था और उसने बेल्जियम, स्पेन और पुर्तगाल जैसी मजबूत टीमों को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनायी थी। इस हार के बाद वह अब तीसरे स्थान के लिए क्रोएशिया से 17 दिसंबर को खेलेगा।
ब्राजील के साथ 2002 में विश्व कप जीतने वाले गिल्बटरे सिल्वा ने कहा, एक गोल से पिछड़ने के बाद मोरक्को ने बराबरी करनी चाही लेकिन काम नहीं बना। फ्ऱांस के खिलाड़ी अपने स्तर को देखते हुए डिफेंस में काफी मजबूत थे और उन्होंने ज्यादा मौके नहीं दिए।
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आरआर
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