जिम्बाब्वे में विफलता के बाद, टी20 विश्व कप से पहले केएल राहुल की बल्लेबाजी पर उठने लगे सवाल
जिम्बाब्वे में वनडे सीरीज में भारत का नेतृत्व करने वाले स्टार बल्लेबाज केएल राहुल उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके, जिससे आस्ट्रेलिया में आगामी टी20 विश्व कप में भारत के लिए उन्हें सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने पर सवाल
नई दिल्ली, 23 अगस्त - जिम्बाब्वे में वनडे सीरीज में भारत का नेतृत्व करने वाले स्टार बल्लेबाज केएल राहुल उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके, जिससे आस्ट्रेलिया में आगामी टी20 विश्व कप में भारत के लिए उन्हें सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
पिछले कुछ महीने राहुल के लिए बहुत कठिन रहे हैं, जो एक सर्जरी और कोविड-19 के कारण अंतर्राष्ट्रीय मैचों से से बाहर रहे हैं। आईपीएल 2022 में उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स को प्लेआफ में पहुंचाया। इसके बाद 30 वर्षीय बल्लेबाज को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 में भारत की कप्तानी करनी थी, लेकिन चोट के कारण वह सीरीज से चूक गए।
यह पता चलने के बाद कि उन्हें सर्जरी की आवश्यकता होगी, वह इंग्लैंड और आयरलैंड के दौरे से भी बाहर रहे। इसके बाद, सलामी बल्लेबाज को वेस्टइंडीज दौरे के लिए वापसी करनी थी, लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी गई।
आखिरकार, बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने उन्हें जिम्बाब्वे में तीन मैचों की वनडे सीरीज में खेलने के लिए मंजूरी दे दी, ताकि एशिया कप 2022 से पहले फॉर्म में आ जाए, जहां वह कप्तान रोहित शर्मा के साथ भारत की पारी की शुरूआत करने के लिए तैयार हैं।
हालांकि, जिम्बाब्वे सीरीज में उनके प्रदर्शन के बाद टीम प्रबंधन को थोड़ा चिंतित होना चाहिए, जहां वह बल्ले से कमाल करने में विफल रहे।
बेंगलुरू के इस खिलाड़ी को पहले वनडे मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। दूसरे मैच में सिर्फ एक रन बनाया और तीसरे में 30 रन बनाए, जिससे एशिया कप टी20 से पहले उनकी जगह को लेकर सवाल खड़े होने लगे।
इसमें कोई शक नहीं कि राहुल पिछले आधे दशक में भारत के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे हैं लेकिन उन्हें समय-समय पर कड़ी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा है। दाएं हाथ के बल्लेबाज की सबसे बड़ी आलोचना उनकी धीमे स्ट्राइक रेट की रही है, खासकर तब जब वह पूरे मैदान में शॉट खेलने में सक्षम है।
पिछले विश्व कप के बाद, रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारत ने अपने बल्लेबाजी ²ष्टिकोण को बदल दिया है। इसलिए, एशिया कप में एलएसजी कप्तान के बल्लेबाजी ²ष्टिकोण को देखना दिलचस्प होगा।
राहुल की अनुपस्थिति में, भारत ने ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन को सलामी बल्लेबाज के रूप में आजमाया और उन्होंने अच्छा काम किया। दूसरी ओर, भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी अतीत में वह भूमिका निभाई है। इसलिए, भारत के पास ओपनिंग स्लॉट के लिए बहुत सारे विकल्प हैं, जो स्टार बल्लेबाज पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
अब तक, ऐसा लगता है कि टीम प्रबंधन राहुल को रोहित के साथ पहली पसंद के सलामी बल्लेबाज के रूप में पसंद करेगा, जब भारत 28 अगस्त को पाकिस्तान के खिलाफ अपने एशिया कप अभियान की शुरूआत करेगा। लेकिन, वे निश्चित रूप से उनके प्रदर्शन पर कड़ी नजर रखेंगे।
कुल मिलाकर केएल राहुल के लिए समय निकलता जा रहा है और एशिया कप में उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी। यह तो वक्त ही बताएगा कि वह इस मौके का फायदा उठाते हैं या इसे जिम्बाब्वे दौरे की तरह बर्बाद करते हैं।
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