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फेक आईपीएल का हुआ भंडाफोड़, फार्महाउस को बनाया मैदान और बुलाया नकली हर्षा भोगले

फेक आईपीएल के एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश हुआ जिसके बारे में जानकर आपके भी पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी।

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Cricket Image for फेक आईपीएल का हुआ भंडाफोड़, फार्महाउस को बनाया मैदान और बुलाया नकली हर्षा भोगले
Cricket Image for फेक आईपीएल का हुआ भंडाफोड़, फार्महाउस को बनाया मैदान और बुलाया नकली हर्षा भोगले (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Jul 11, 2022 • 03:59 PM

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल का डंका पूरी दुनिया में बजता है और हर कोई इस लीग का हर साल बेसब्री से इंतज़ार भी करता है। वहीं, आए दिन आईपीएल से जुड़ी कोई ना कोई खबर भी सोशल मीडिया पर छाई रहती है लेकिन इसी बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनकर आपके पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी। 

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
July 11, 2022 • 03:59 PM

ये खबर है गुजरात के वडनगर से, जहां पर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जो फेक आईपीएल का कारोबार कर रहे थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस लीग में खिलाड़ी,अंपायर और मैदान तक सब नकली थी। इतना ही नहीं इस गिरोह ने मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले की आवाज़ निकालने वाला एक कमेंटेटर भी बुलाया हुआ था।

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ये सारा काम रूस में बैठा गिरोह का मुखिया करता था। इस लीग के मैचों को यूट्यूब पर स्ट्रीम किया जाता था और रूस के सटोरियों को सट्टा लगाने के लिए लुभाया जाता था। फिलहाल गुजरात पुलिस ने सटोरियों के पास से बड़ी संख्या में कैमरे, फोन, क्रिकेट किट और कई तरह की मशीनें जब्त कर ली हैं। वहीं, जब ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले भी हैरान रह गए और वो भी रिएक्शन देने से पीछे नहीं हटे।

हर्षा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए एक अखबार की कटिंग शेयर की और लिखा, अपनी हंसी नहीं रोक पा रहा हूं. इस कमेंटेटर को जरूर सुनें।'

वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस साजिश को अंज़ाम देने के लिए इस गिरोह ने गुजरात के वडनगर में एक फॉर्म हाउस खरीदा था और फिर इस फॉर्म हाउस को ही मैदान बना दिया। इतना ही नहीं इस फार्म हाउस को ऐसा मैदान बनाया गया जहां फ्लड लाइट्स से लेकर कैमरा, कमेंट्री बॉक्स तक हर चीज बिल्कुल आईपीएल से मेल खाती थी। अंपायर और कमेंटेटर तो नकली थे ही साथ ही में मज़दूरों को खिलाड़ी बनाकर लाया गया था और उन्हें हर मैच के लिए 400 रु दिए जाते थे।

 

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