Ishan kishan
'मैं भी इंसान हूं, मशीन नहीं', बुरी तरह टूट चुके हैं सरफराज खान; 25 साल के खिलाड़ी ने दर्द किया बयां
सरफराज खान, 25 वर्षीय युवा बल्लेबाज़ जो बीते समय में लगातार घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा रहा है। हालांकि इसके बावजूद वह भारतीय जर्सी से दूर हैं। हाल ही में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के शुरुआती दो मुकाबलों के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया गया था, लेकिन इसमें सरफराज का नाम शामिल नहीं था। सरफराज बेहद दुखी हैं और अब उन्होंने अपनी खामोशी तोड़कर दुनिया के सामने अपना दुख रहा है। सरफराज बताते हैं कि वह बीते दिनों में सो नहीं पाए हैं, क्योंकि वह यह समझ नहीं पा रहे कि आखिर क्यों उनका सेलेक्शन नहीं हो रहा है। वहीं दूसरी तरह इस युवा टैलेंटिड खिलाड़ी ने यह भी साफ किया कि उन्हें लगातार चयनकर्ताओं से मौके मिलने की उम्मीद दी जा रही है।
सरफराज ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि भारतीय टीम में सेलेक्शन ना होने के कारण वह ठीक से सो नहीं पा रहे हैं। वह इस कदर दुखी हैं कि उनकी आंखें तक झलक उठी। वह कहते हैं, 'मैं जहां भी जाता हूं, मुझे सब यही कहते हैं कि वह जल्द ही भारत के लिए खेलेंगें। सोशल मीडिया पर मेरे सेलेक्शन ना होने के बारे में बात करने वाले हजारों संदेश हैं। सब बोलते हैं मेरा टाइम आयेगा। मैं सेलेक्शन (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया) के अगले दिन असम से दिल्ली आया, और पूरी रात सो नहीं पाया। मैं पूछता रहा कि मैं भारतीय टीम में क्यों नहीं हूं ? मैं काफी निराश था क्योंकि मेरी भी भावनाएं हैं। मैं भी एक इंसान हूं कोई मशीन नहीं। लेकिन अब पापा से बात करने के बाद मैं नॉर्मल हो गया हूं। मैं प्रैक्टिस कभी नहीं छोड़ूंगा, मैं डिप्रेशन में नहीं जाऊंगा।