Prithvi shaw
पृथ्वी शॉ में अगर गंदी आदतें होती तो मुंबई रणजी टीम और दिल्ली कैपिटल्स इन्हें क्यों खिलातीं ?
23 साल के पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी में धमाल मचाए हुए हैं। असम के खिलाफ पृथ्वी शॉ के बल्ले ने आग उगली और सिर्फ 326 गेंदों पर उन्होंने अपना तीहरा शतक पूरा कर लिया। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में ये पृथ्वी शॉ का पहला तीहरा शतक है। रनों का अंबार लगाने के बावजूद पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया में सिलेक्ट नहीं किया जा रहा है। पृथ्वी शॉ डोमेस्टिक क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में ही कहर ढाए हुए हैं। इससे पहले विजय हजारे ट्रॉफी (वनडे फॉर्मेट) में दोहरा शतक और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (टी20 फॉर्मेट) में भी उन्होंने शतक जड़ा था।
पृथ्वी शॉ ने 98.96 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 383 गेंदों पर 379 रनों की पारी खेली। इस पारी के दौरान उन्होंने 49 चौके और 4 छक्के लगाए। पृथ्वी शॉ की इस पारी के बाद यूजर्स जमकर रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'यह देखना दिल दहला देने वाला है कि पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं फिर भी चयनकर्ता उनकी अनदेखी कर रहे हैं। पृथ्वी शॉ और क्या कर सकते हैं? वह इतने रन बना रहा है, क्या यह काफी नहीं है?'