चेतेश्वर पुजारा ने तोड़ा ब्रायन लारा का रिकॉर्ड, 66वीं सेंचुरी लगाकर खटखटाया टीम इंडिया का दरवाजा
भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा टीम में वापसी के लिए पूरा दमखम लगा रहे हैं, फिर चाहे वो काउंटी क्रिकेट में रन बनाना हो या घरेलू क्रिकेट में शतकों का अंबार लगाना हो, वो सेलेक्टर्स को लुभाने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं। इसी कड़ी में पुजारा ने घरेलू क्रिकेट में एक और शतक लगाकर ना सिर्फ कई रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं बल्कि सेलेक्टर्स का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है।
पुजारा ने अपने 66वें प्रथम श्रेणी शतक के साथ एक बार फिर से इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। छत्तीसगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के दूसरे दौर के दौरान 21 अक्टूबर, 2024 को उन्होंने अपना 66वां प्रथम श्रेणी शतक लगाया और सबसे अधिक प्रथम श्रेणी शतकों की सूची में दिग्गज ब्रायन लारा को पीछे छोड़ दिया।
भारत के इस बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी मैच के दूसरे दौर में बल्लेबाजी करते हुए 21,000 रन भी पूरे किए। पुजारा ने दिसंबर 2005 में सौराष्ट्र के लिए अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू किया और तब से वो टीम की आधारशिला बने हुए हैं। पुजारा का घरेलू करियर कई शानदार उपलब्धियों से भरा पड़ा है। वो कई मौकों पर सौराष्ट्र के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे हैं, जिसमें रणजी ट्रॉफी का 2017-18 संस्करण भी शामिल है, जहां उन्होंने सिर्फ़ चार मैचों में 437 रन बनाए थे।
पारी को संभालने और बड़े शतक बनाने की उनकी क्षमता ने सौराष्ट्र को घरेलू क्रिकेट में सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। उल्लेखनीय रूप से, 2019-20 रणजी ट्रॉफी में, पुजारा ने अपना 50वां प्रथम श्रेणी शतक बनाया, जो उनकी निरंतरता और लंबे समय तक खेलने का प्रमाण है। पुजारा के अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत अक्टूबर 2010 में बैंगलोर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ टेस्ट डेब्यू से हुई थी। तब से, वो भारतीय टेस्ट टीम का एक अभिन्न अंग बन गए।
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100 से ज़्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले पुजारा ने 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए हैं, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। कई अहम सीरीज़ में उनका योगदान अहम रहा है, खास तौर पर 2018-19 के दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ जीत। रांची में तीसरे टेस्ट में पुजारा का तीसरा दोहरा शतक, जिसमें रिद्धिमान साहा के साथ 199 रन की मैराथन साझेदारी शामिल थी, उस सीरीज़ का मुख्य आकर्षण था और उन्हें मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला। इस समय बेशक पुजारा टीम से बाहर चल रहे हैं लेकिन जिस तरह की फॉर्म में वो बल्लेबाजी कर रहे हैं हो सकता है कि सेलेक्टर्स भी उन्हें टीम में वापस लेने के लिए मज़बूर हो जाएं।