द्रविड़ सर ने दी हार से सबक लेने की सलाह : ऋषभ पंत
कोलकाता, 22 फरवरी | अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में वेस्टइंडीज से हारने के बाद कोच राहुल द्रविड़ ने युवा टीम के सदस्यों से कहा था कि उन्हें इस हार से काफी कुछ सीखने की जरूरत है। टीम के सलामी बल्लेबाज ऋषभ पंत ने यह बात कही।
वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 फरवरी को हुए फाइनल मैच में भारतीय टीम पहले खेलते हुए 145 रनों पर ही ढेर हो गई थी। जवाब में कैरिबियाई टीम ने पांच विकेट खोकर तीन गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया था।
पंत ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा, "मैच के बाद राहुल सर ने कहा था कि यह एक सबक है, जिससे हमें सीख लेनी चाहिए। आप लोग हालांकि जिस तरह खेले उस पर मुझे गर्व है।"
पंत ने कहा, "सर ने मुझ से कहा था कि तुम मेरे हीरो हो। हार या जीत से मुझे फर्क नहीं पड़ता मेरे लिए अंत तक खेलना मायने रखता है।"
पंत से जब पूछा गया कि भारत से फाइनल में क्या गलती हुई थी तो उन्होंने कहा, "वह हमारे लिए बुरा दिन था। हमने जो कुछ भी किया सब गलत हुआ। उससे पहले हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे थे। उस दिन हमने जल्दी विकेट गंवा दिए। वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। इसलिए रन बनाना मुश्किल हो गया था।"
पंत ने फाइनल में अपने प्रदर्शन के बार में कहा, "मैं ज्यादा आक्रामक होने की कोशिश नहीं कर रहा था। मैं अपना स्वाभविक खेल खेल रहा था। मैं गेंद को उसी के हिसाब से खेलने की कोशिश कर रहा था।"
पंत ने नेपाल के खिलाफ अंडर-19 क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज अर्धशतक बनाया था। उसके बाद उन्होंने नामीबिया के खिलाफ शानदार शतक भी लगाया था। पंत ने हालांकि कहा कि उन्हें फाइनल में हार का सबसे ज्यादा दुख है।
उन्होंने कहा, "फाइनल में हार का बहुत दुख है। हम काफी निराश हैं। हर किसी को हार का दुख था, राहुल सर को भी।"
फाइनल में भारत ने वेस्टइंडीज के 77 रनों पर ही पांच विकेट गिरा दिए थे और छोटे से लक्ष्य वाले मैच को अंतिम ओवर में ले गए थे। यह पूछने पर कि क्या टीम के मैच जीतने की संभावना थी, पंत ने कहा कि हम शुरू से ही मैच में थे।
उन्होंने कहा, "हां, हम शुरू से ही मैच में थे। हम जानते थे कि हम मैच जीत सकते हैं। जब हमने उनके 77 रन पर पांच विकेट गिरा दिए थे, तब हम डाइव लगाकर रन रोक रहे थे। हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे थे लेकिन वो सब काफी नहीं था।"
पंत के अलावा सरफराज खान ने भी टीम के लिए रन बटोरे थे। उन्होंने वर्ल्ड कप में पांच अर्धशतक लगाए।
इस पर पंत ने कहा, "वह काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्होंने पूरे वर्ल्ड कप में काफी अच्छी बल्लेबाजी की। उनके जैसा खिलाड़ी होने से टीम को काफी मदद मिलती है।"
पंत की आक्रमकता को देखकर उनकी तुलना वीरेन्द्र सहवाग से की जाने लगी है। इस पर उन्होंने कहा कि वह तुलना से खुश हैं लेकिन अभी उन्हें लंबा सफर तय करना है।
उन्होंने कहा, "मैं हमेशा वीरु भाई की तरह बनना चाहता था। मैं उनके साथ सलामी बल्लेबाजी करना चाहता था लेकिन अब वो हरियाणा से खेल रहे हैं इसलिए यह मुमकिन नहीं है। मैं अपनी तुलना उनसे नहीं कर सकता, वह महान खिलाड़ी हैं। मैंने लोगों को ऐसा कहते हुए सुना है। मुझे ऐसा सुनकर काफी अच्छा लगता है।"
अपने अगले लक्ष्य पर पंत ने कहा कि उनकी कोशिश सीनियर टीम में जगह बनाने की है।
उन्होंने कहा, "मेरा लक्ष्य भारत की सीनियर टीम में खेलना है। मुझे इसके लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मेरे पास इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने आप को साबित करने का मौका है। बाकी सब कुछ चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है।"
पंत आईपीएल में खेलने को लेकर काफी उत्साहित हैं। वह आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की जर्सी में दिखेंगे।
उन्होंने कहा, "आईपीएल युवाओं के लिए अच्छा मंच है। यहां पैसा भी है। मैं यहां खेलने को लेकर काफी उत्साहित हूं। मैं हर दिन कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"
पंत ने आने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम को शुभकामनाएं भी दी हैं।