भारतीय सलामी जोड़ी की ‘अस्थिरता’ को लेकर वेंकटराघवन ने जतायी चिंता
नई दिल्ली, 05 फरवरी (CRICKETNMORE) । पूर्व भारतीय कप्तान श्रीनिवासन वेंकटराघवन ने भारतीय सलामी जोड़ी की ‘अस्थिरता’ को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि वर्ल्ड कप से पहले महेंद्र सिंह धोनी की टीम निरंतर एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर पायी है । वर्ल्ड कप 1975 और 1979 में भारतीय टीम के कप्तान रहे वेंकटराघवन ने कहा, ‘‘भारत की वर्तमान टीम में निरंतरता का अभाव है। सबसे महत्वपूर्ण कारक शीर्ष या मध्यक्रम की बल्लेबाजी या गेंदबाजी है। निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना सफलता की कुंजी होता है। भारतीय टीम में इसका अभाव है।"
बता दें कि भारत का क्रिकेट महाकुंभ से पहले प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और वह हाल में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर एक भी मैच जीतने में नाकाम रही।
जरूर पढ़ें ⇒ मुंबई क्रिकेट को एडवांस कोचिंग की जरूरत
उन्होंने कहा, ‘‘यह भी अफसोस की बात है कि शीर्ष क्रम में हमारे पास स्थिर संयोजन नहीं है। एकदिवसीय क्रिकेट में यह जरूरी है। कुल मिलाकर आपको अच्छी ठोस शुरूआत चाहिए।" निरंतरता के अभाव के बारे में वेंकटराघवन ने कहा, ‘‘वे खुद को पूरी तरह से खेल में नहीं झोंक पा रहे हैं। उनकी मानसिकता में इसका अभाव दिखता है। उनमें प्रेरणा हो सकती है। वे सभी महत्वाकांक्षी हैं और खेलने के लिये उत्साहित हैं लेकिन उन्हें मैदान पर प्रदर्शन करके दिखाना होगा।" आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर रह चुके तथा एशेज और वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में अंपायरिंग करने वाले वेंकटराघवन का मानना है कि भारत चौथी टीम के रूप में अंतिम चार में जगह बना सकता है।
ऐजंसी