जेमिमाह रॉड्रिग्स ने अकेले दम पर अपनी टीम को डब्लूसीपीएलके फ़ाइनल में पहुंचाया
रॉड्रिग्स को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच से भी नवाजा गया। मैच के बाद रॉड्रिग्स ने कहा कि उन्हें उनके पिता जी की वह बात याद थी कि लक्ष्य का पीछा करते हुए क्रीज पर खड़े रहो और मैच को करीब ले जाओ।
इससे पहले ट्रिनबैगो ने टॉस जीतकर बारबाडोस को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। एक समय लगने लगा था कि शायद पहले गेंदबाजी करना गलत फैसला न साबित हो जाए, जब बारबाडोस की सलामी बल्लेबाज चामरी अटापट्टू की लाजवाब अर्धशतकीय पारी ने टीम को एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तक पहुंचा दिया था। अटापट्टू ने आख़िरी ओवर में रनआउट होने से पहले 63 गेंदों पर 70 रन बनाए थे। हालांकि उन्हें दूसरे छोर से किसी और बल्लेबाज का साथ नहीं मिल पाया, अटापट्टू के बाद बारबाडोस की तरफ़ से दूसरा सर्वाधिक स्कोर रशादा विलियम्स का था, जिन्होंने 12 रन बनाए थे।
ट्रिनबैगो की ओर से अन्य भारतीय खिलाड़ी शिखा पांडे का भी बेहतरीन प्रदर्शन रहा, जिन्होंने अपने चार ओवर में 26 रन देकर दो विकेट झटके। शिखा ने पहले ही ओवर में हेली मैथ्यूज को अपना शिकार बनाया और फिर 17वें ओवर में जेनाबा जोसेफ़ के तौर पर दूसरी सफलता हासिल की। शिखा के अलावा शमिला कॉनेल और सामरा रामनाथ को भी दो-दो क़ामयाबी हासिल हुई।
131 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए ट्रिनबैगो की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। दूसरे ओवर में ही मैथ्यूज़ ने हर्षिता समाराविक्रमा को पवेलियन की राह दिखा दी थी। इसके बाद तीसरे ओवर में ही कप्तान डिएंड्रा डॉटिन के तौर पर ट्रिनबैगो को एक और गहरा आघात पहुंच गया था। लेकिन नंबर-3 पर बल्लेबाज़ी करने आईं रॉड्रिग्स के इरादे कुछ अलग ही थे, दूसरे छोर से मदद न मिलने के बावजूद वह पिच पर टिकी रहीं और मैच को अंत तक ले गईं।
आख़िरी ओवर में जब छह गेंदों पर छह रन की दरकार थी तो उनके साथ शिखा क्रीज पर थीं। गेंद अनुभवी मैथ्यूज के हाथों में थी, लेकिन शिखा पहली ही गेंद पर रन लेने के प्रयास में दुर्भाग्यवश तरीक़े से आउट हो गईं। एक बार तो लगा कि कहीं रॉड्रिग्स की मेहनत जाया न हो जाए लेकिन ज़ायडा जेम्स ने बाई के तौर पर रन लेकर स्ट्राइक वापस रॉड्रिग्स को दे दी। अब चार गेंदों पर पांच रन की जरूरत थी और रॉड्रिग्स ने फ़ाइन लेग की तरफ स्कूप शॉट खेलते हुए चौका बटोर लिया और फिर एक रन और लेते हुए दो गेंद पहले ही ट्रिनबैगो को चार विकेट से जीत दिला दी।
रॉड्रिग्स ने अर्धशतक पूरा करने के बाद जश्न नहीं मनाया था और इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि उनका काम अभी खत्म नहीं हुआ।
ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए रॉड्रिग्स ने कहा, "मैंने अर्धशतक पूरा करने के बाद जश्न इसलिए नहीं मनाया था कि मुझे पता था कि मेरा काम अभी बाकी है लेकिन अब मैं जश्न मनाऊंगी। हेली मैथ्यूज के साथ मैंने काफी क्रिकेट खेला है और हम दोनों को चुनौतियां पसंद हैं। पहले दो मैच हारने के बाद टीम का मनोबल कम ज़रूर हो गया था। लेकिन हमें अपनी क़ाबिलियत पर पूरा भरोसा था और हम यही कह रहे थे कि क्रिकेट अनिश्चित्ताओं का खेल है और हमें बस अपना सर्वश्रेष्ठ देना है। वही हुआ और हम अब फ़ाइनल में पहुंच गए हैं।"
रॉड्रिग्स ने अर्धशतक पूरा करने के बाद जश्न नहीं मनाया था और इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि उनका काम अभी खत्म नहीं हुआ।
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Article Source: IANS