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डुनेडिन टेस्ट : न्यूजीलैंड की श्रीलंका पर 308 रनों की बढ़त

डुनेडिन, 12 दिसम्बर | न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने यूनिवर्सिटी ओवल मैदान पर श्रीलंका के साथ जारी पहले टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को मेहमान टीम पर 308 रन की बढ़त ले ली है। न्यूजीलैंड ने तीसरे दिन का खेल खत्म

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डुनेडिन टेस्ट : न्यूजीलैंड की श्रीलंका पर 308 रनों की बढ़त
डुनेडिन टेस्ट : न्यूजीलैंड की श्रीलंका पर 308 रनों की बढ़त ()
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Dec 12, 2015 • 04:14 PM

डुनेडिन, 12 दिसम्बर | न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने यूनिवर्सिटी ओवल मैदान पर श्रीलंका के साथ जारी पहले टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को मेहमान टीम पर 308 रन की बढ़त ले ली है। न्यूजीलैंड ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट के नुकसान पर 171 रन बना लिए हैं।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
December 12, 2015 • 04:14 PM

न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज टॉम लैथम 72 रन और केन विलियमसन 48 रन बना कर नाबाद हैं। पहली पारी में शतक बनाने वाले मार्टिन गुपटिल दूसरी पारी में 46 रन बनाकर रंगना हेराथ का शिकार हुए। न्यूजीलैंड की पहली पारी के विशाल स्कोर 431 के सामने श्रीलंकाई टीम अपनी पहली पारी में 294 रन ही बना सकी।

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अपने दूसरे दिन के स्कोर 197/4 से आगे खेलते हुए श्रीलंकाई टीम कीवी टीम के गेंदबाजों के सामने ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी। तीसरे दिन की दूसरी गेंद पर ही दिनेश चांडीमल, टिम साउदी की गेंद पर गुपटिल को कैच दे बैठे।

इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और श्रीलंका की पूरी टीम 294 रन पर ढेर गई। श्रीलंका की तरफ से दिमुथ करुनारत्ने ने सबसे ज्यादा 84 रन बनाए जबकि चांडीमल ने 83 रन का योगदान दिया। इन दोनों के अलावा श्रींलंका का कोई और बल्लेबाज न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का डटकर सामना नहीं कर सका।

न्यूजीलैंड की तरफ से टिम साउदी और नील वेगनर ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि ट्रेंट बाउलट और मिशेल सैंटनर ने दो-दो विकेट हासिल किए। अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी न्यूजीलैंड की शुरूआत काफी अच्छी रही। सलामी बल्लेबाज गुपटिल और लैथम ने पहले विकेट के लिए 79 रन की साझेदारी की।

गुपटिल जब अपने अर्धशतक से चार रन दूर थे तभी उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर हेराथ ने बोल्ड कर टीम को पहली सफलता दिलाई। गुपटिल के आउट होने के बाद मैदान पर आए विलियमसन ने लैथमके साथ पारी को आगे बढ़ाया और दिन का खेल खत्म होने तक मैदान पर टिके रहे।

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