आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय टीम आज वेस्टइंडीज से भिड़ने को तैयार
एंटिगा, 20 जुलाई (CRICKETNMORE): वेस्टइंडीज में चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच में गुरुवार को जब नवनियुक्त कोच अनिल कुंबले के मार्गदर्शन में और शानदार फॉर्म में चल रहे विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम मेजबानों के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश यहां अपनी टेस्ट जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए लगातार तीसरी टेस्ट श्रृंखला जीतने की होगी। श्रृंखला का पहला टेस्ट मैच गुरुवार को सर विवियन रिचर्डस स्टेडियम में खेला जाएगा। वहीं विराट कोहली की भी कोशिश कप्तान के तौर पर श्रृंखला में जीत की हैट्रिक लगाने पर होगी। यह भी पढ़े : वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी पर बल्लेबाजी संजय बांगर का खुलासा।
हालांकि दोनों टीमें युवा हैं, लेकिन आत्मविश्वास के मामले में भारतीय टीम का पलड़ा मेजबानों पर भारी है। वेस्टइंडीज के कुछ ही खिलाड़ियों को इससे पहले भारत के खिलाफ टेस्ट मैच खेलने का अनुभव है। भारतीय टीम की भी लगभग यही कहानी है।
कप्तान विराट, मुरली विजय, अमित मिश्रा, ईशांत शर्मा ने ही इससे पहले वेस्टइंडीज का दौरा किया है। हालांकि अजिंक्य रहाणे इंडिया-ए टीम के साथ पहले भी वेस्टइंडीज में खेल चुके हैं, लेकिन भारत की सीनियर टीम के साथ उनका यह पहला वेस्टइंडीज दौरा है।
इससे पहले भारत ने 2006 और 2011 में वेस्टइंडीज का दौरा किया था और दोनों बार श्रृंखला में जीत हासिल की थी। तब से लेकर अब तक काफी कुछ बदल चुका है। दोनों टीमों के नेतृत्व में बदलाव के साथ-साथ टीम के प्रदर्शन में भी बदलाव देखा गया है।
आस्ट्रेलिया दौरे पर महेंद्र सिंह धौनी के संन्यास लेने के बाद टीम की कमान संभलाने वाले विराट के लिए यह दौरा चुनौती भरा है। उनके ऊपर श्रींलका दौरे की सफलता को दोहराने की जिम्मेदारी है, जहां भारत ने वर्षो बाद जीत हासिल करते हुए श्रीलंका को 2-1 से मात दी थी। यह भी पढ़े : दिग्गज ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज क्रिस रॉजर्स ने बनाया ये खास रिकॉर्ड।
इसके बाद कोहली की ही कप्तानी में भारत ने अपने घर में ही दक्षिण अफ्रीका को चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 से मात दी थी। कोहली से उम्मीद होगी की वह टीम के जीत के सिलसिले को कायम रखें।
हालांकि उनके लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि घर में वेस्टइंडीज को हराना मुश्किल नहीं तो उतना आसान भी नहीं होगा।
कुंबले और कोहली के लिए सबसे बड़ी समस्या रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा में से किसी एक को चुनने की होगी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित को मौका दिया गया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे। वहीं पुजारा ने पिछले मैचों में अपनी परिपक्व बल्लेबाजी से हर किसी के दिमाग पर अपनी छाप छोड़ी है और वेस्टइंडीज के हालात में वह टीम के लिए असरदार भी साबित हो सकते हैं।
इसके अलावा टीम प्रबंधन सलामी जोड़ी को लेकर भी चिंता में होगा। विजय का एक छोर संभालना तय है, लेकिन उनके जोड़ीदार के रूप में किसे भेजा जाए इस पर टीम प्रबंधन को माथापच्ची करनी होगी।
शिखर धवन ने पिछली कुछ श्रृंखलाओं में निराश किया है। उनका बल्ला खामोश है जिसके कारण टीम को वह शुरुआत नहीं मिल पाई थी जिसकी उसे दरकार थी। लोकेश राहुल उनका अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट में राहुल को ज्यादा मौके तो नहीं मिले हैं, लेकिन उन्होंने सीमित मौकों पर अपने आप को साबित किया है।
टीम की बल्लेबाजी की जिम्मेदारी मुख्यत: कप्तान कोहली और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे पर होगी।
हमेशा पांच गेंदबाजों के साथ खेलने के पक्षधर कोहली पहले टेस्ट में भी इस रणनीति के साथ उतर सकते हैं। कोहली रविचन्द्रन अश्विन के साथ लेग स्पिनर अमित मिश्रा को लेकर मैदान में उतर सकते हैं, लेकिन वेस्टइंडीज की धीमी पिचों को देखते हुए रविन्द्र जड़ेजा को भी टीम में जगह मिल सकती है।
तेज गेंदबाजी का भार टीम के सबसे वरिष्ठ गेंदबाज ईशांत शर्मा पर होगा। उनके साथ मोहम्मद समी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शानदार प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार पर भी गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी होगी।
वहीं, दूसरी तरफ मेजबान टीम में से सिर्फ मार्लन सैमुएल्स, क्रैग ब्राथवेट, डैरन ब्रावो, शैनन गेब्रियाल और लेग स्पिनर देवेन्द्र बिशू को ही भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट खेलने का अनुभव है।
मेजबान कप्तान जेसन होल्डर के लिए भी यह श्रृंखला काफी मुश्किल हो सकती है। टीम की बल्लेबाजी की जिम्मेदारी सैमुएल्स और क्रैग ब्राथवेट पर होगी। यह दोनों टीम के लिए पिछले कुछ मैचों से लगातार रन बनाते आ रहे हैं। ब्राथवेट ने इसी साल आस्ट्रेलिया के दौरे पर भी टीम के लिए बल्ले से अच्छा योगदान दिया था।
मेजबान टीम के लिए गेंदबाजी की जिम्मा शेनन और कार्लोस ब्राथवेट के ऊपर होगा। इसमें कप्तान होल्डर भी उनका साथ देंगे, लेकिन गेंदबाजी में अहम रोल लेग स्पिनर बिशू का होगा।
अपने लेग स्पिन से वह भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं।
संभावित टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), मुरली विजय, शिखर धवन, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, रिद्धिमान साहा, आर.अश्विन, अमित मिश्रा, रवींद्र जडेजा, ईशांत शर्मा, मोहम्मद समी, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, स्टुअर्ट बिन्नी।
वेस्ट इंडीज टीम- जेसन होल्डर (कप्तान), क्रेग ब्रैथवेट (उपकप्तान), देवेंद्र बिशू, जरमैन ब्लैकवुड, कार्लोस ब्रैथवेट, डारेन ब्रावो, राजेंद्र चंद्रिका, रॉस्टन चेस, शेन डॉरिक , शेनन गाब्रिएल, लियोन जॉनसन और मार्लन सैमुअल्स।