एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम के परफॉर्मेंस को देखकर पूर्व क्रिकेटर हुए काफी खुश, अभी से दे रहे हैं जीत की बधाई
9 दिसंबर। भारतीय गेंदबाजों रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी ने शानदार गेंदबाजी कर टेस्ट सीरीज के पहले मैच के चौथे दिन रविवार को आस्ट्रेलिया को हार की ओर धकेल दिया है। एडिलेड ओवल मैदान पर जारी इस मैच में चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक आस्ट्रेलियाई टीम चार विकेट के नुकसान पर 104 रन ही बना पाई है। शॉन मार्श (31) और ट्रेविस हेड (11) नाबाद लौटे हैं।
भारतीय टीम की ओर से मिले 323 रनों के लक्ष्य का पीछा करते उतरी आस्ट्रेलिया को अभी 219 रनों की और जरूरत है जबकि उसके छह विकेट शेष है।
भारत एडिलेड ओवल मैदान पर 15 साल बाद टेस्ट मैच जीतने के करीब है। भारत ने यहां अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2003 में सौरभ गांगुली की कप्तानी में जीता था। भारतीय टीम ने इस मैच में मेजबान आस्ट्रेलिया को चार विकेट से मात दी थी।
आस्ट्रेलिया ने भारत की दूसरी पारी को 307 रनों पर समाप्त करने के बाद चायकाल की समाप्ति तक एक विकेट के नुकसान पर 28 रन बनाए थे। दूसरे सत्र की समाप्ति तक आस्ट्रेलिया का पहला विकेट एरॉन फिंच (11) के रूप में गिरा। उन्हें अश्विन ने पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इसके बाद तीसरे और अंतिम सत्र में आस्ट्रेलिया ने अपने तीन और बल्लेबाजों को गंवा दिया। मार्कस हैरिस (26) ने उस्मान ख्वाजा (8) पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन मोहम्मद शमी ने हैरिस को पंत के हाथों कैच आउट करवा दिया।
अश्विन ने इसके बाद ख्वाजा और शॉन मार्श को साझेदारी नहीं बनाने दी। 60 के स्कोर पर ख्वाजा, अश्विन की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए।
मार्श चौथे विकेट के लिए फिर पीटर हैंड्सकॉम्ब (14) के साथ अच्छी साझेदारी करने की कोशिश में थे। दोनों 24 रन ही जोड़ पाए थे कि शमी ने आस्ट्रेलिया की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
शमी की गेंद पर हैंड्सकॉम्ब, चेतेश्वर पुजारा के हाथों लपके गए और आस्ट्रेलिया ने चौथा विकेट भी गंवा दिया।
इसके बाद मार्श ने आस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में अर्धशतक लगाने वाले हेड के साथ दिन का खेल समाप्त होने तक कोई और विकेट गंवाए बगैर 20 रन जोड़कर टीम को 104 के स्कोर तक पहुंचाया।
अश्विन और शमी ने दो-दो विकेट लिए हैं।
इससे पहले, भारत ने चेतेश्वर पुजारा (71) और अजिंक्य रहाणे (70) की शानदार पारियों के दम पर अपनी दूसरी पारी में 307 रनों का स्कोर खड़ा किया।
भारत के पास पहली पारी के आधार पर 15 रन की बढ़त थी और इस तरह उसने आस्ट्रेलिया के समक्ष जीत के लिए 323 रनों का लक्ष्य रखा।
तीसरे दिन बनाए गए तीन विकेट पर 151 रनों से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम ने पहले सत्र की समाप्ति तक पांच विकेट के नुकसान पर 260 रनों का स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद मेजबान टीम ने अपने सभी विकेट गिरने तक खाते में 47 रन और जोड़े।
पहले सत्र की समाप्ति तक रहाणे और ऋषभ पंत (28) नाबाद थे। इसके बाद दोनों ने 34 रन जोड़कर टीम को 282 के स्कोर तक पहुंचाया था लेकिन इसी स्कोर पर लियोन ने पंत को एरॉन फिंच के हाथों कैच आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इस सत्र की समाप्ति में भारतीय बल्लेबाजी कमजोर नजर आई। 303 के स्कोर पर टीम ने रविचंद्रन अश्विन (5), रहाणे और मोहम्मद शमी (0) के रूप में अपने तीनों विकेट गिरा दिए।
रहाणे और शमी को लायन ने पवेलियन भेजा, वहीं अश्विन का विकेट स्टॉर्क ने गिराया। स्टॉर्क ने इसके बाद 307 के स्कोर पर इशांत शर्मा (0) को पवेलियन भेजकर भारतीय पारी को समाप्त कर दिया।
इस पारी में आस्ट्रेलिया के लिए लियोन ने सबसे अधिक छह विकेट लिएए वहीं स्टॉर्क को तीन विकेट हासिल हुए। हेजलवुड ने एक विकेट लिया।