पाकिस्तानी तेज गेंदबाज सोहेल खान ने अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। 2007-08 कायद-ए-आज़म ट्रॉफी सीज़न के दौरान उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरी थी और बाद में उन्हें पाकिस्तान के लिए खेलने का भी मौका मिला।
सुई साउदर्न गैस कॉरपोरेशन (एसएसजीसी) का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने अपने पहले नौ मैचों में 65 विकेट लिए थे। इस दौरान उन्होंने आठ बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी किया था। उनके दूसरे दस विकेट हॉल ने उन्हें लाइमलाइट में ला खड़ा किया था। सोहेल ने 189 रन देकर 16 विकेट लिए थे और इसके साथ ही उन्होंने फज़ल महमूद के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को भी तोड़ा था।
इतने शानदार प्रदर्शन के बाद उनका पाकिस्तान के लिए खेलना औपचारिकता बन गया था और आखिरकार उन्हें जनवरी 2008 में जिम्बाब्वे के खिलाफ पदार्पण करने का मौका मिल गया। उन्हें प्यार से "सोहेल पठान" के नाम से भी जाना जाता है। सोहेल ने राशिद लतीफ़ क्रिकेट अकादमी (RLCA) में खेलकर अपने करियर को संवारा। टेस्ट क्रिकेट में सोहेल का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा। 2009 में कराची की चुनौतीपूर्ण पिच पर सोहेल एक भी विकेट नहीं ले पाए थे जिसके बाद उन पर आलोचकों ने जमकर निशाना साधा।