आईसीसी बोर्ड ने वर्ल्ड कप फाइनल के बाद, अपनी मीटिंग में जो कुछ फैसले लिए उनमें से एक ख़ास और बड़ा फैसला ये है कि ट्रांसजेंडर महिलाओं के इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध। मौजूदा कंडीशन ये थी कि खिलाड़ियों को उसी लिंग में स्वीकार किया जाना चाहिए जिसके साथ वे पहचाने जा रहे हैं। इसके लिए आईसीसी ने ट्रांसजेंडर महिलाओं के लिए टेस्टोस्टेरोन लिमिट तय की और इसी पॉलिसी में कनाडा की डेनिएल मैकगेही (Danielle McGahey) इस साल पहली और अब तक की एकमात्र इंटरनेशनल ट्रांसजेंडर खिलाड़ी बनी।
अब आईसीसी ने कहा- पुरुष से महिला बने, पर जो पुरुष यौवन से गुजर चुके हैं, वे इंटरनेशनल महिला मैचों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे, भले ही उन्होंने लिंग बदलाव के लिए कोई भी सर्जिकल या और कोई इलाज कराया हो। अब तक सिर्फ एक इंटरनेशनल ट्रांसजेंडर खिलाड़ी और उसे लेकर इतनी चर्चा और उसे ही खेलने से रोकने के लिए ये नई कंडीशन बना दी। कौन हैं ये डेनिएल मैकगेही?
महिला स्पोर्ट्स में इस साल दो खास डेब्यू हुए- कनाडा के लिए 21 जुलाई 2023 को क्विन ने फीफा वर्ल्ड कप और 4 सितंबर 2023 को डेनिएल मैकगेही का इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। ये दोनों ट्रांसजेंडर खिलाड़ी हैं और इन खेलों में इंटरनेशनल खेलने वाली पहली खिलाड़ी। कनाडा के मैकगैही को टी20 इंटरनेशनल टीम में चुनते ही क्रिकेट में लिंग पर बहस तेज हो गई थी- कई और खेल में भी इसकी मिसाल दी गई।